Diwali 2020: दिवाली की रात इस जगह जलाएं दीए, मिलेगा पुण्य

Friday, Nov 06, 2020 - 11:29 AM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
दिवाली का पर्व आने को अब कुछ ही दिनों बाकी है। हर तरफ़ लोग इसकी तैयारियों में लगे हैं। कोई घरों की साफ-सफाई में व्यस्त दिखाई दे रहा है तो कोई घर को सजाने-संवारने में जुटा हुआ है। बाज़ारों में भी दिवाली की खूब रौनक दिखाई दे रही है। यूं तो इस पर्व के खास मौके पर लगभग हर तरह की दुकान पर भीड़ दिखाई देती है। परंतु काफी हद तक भीड़ दीए आदि की दुकानों पर होता है। क्योंकि दिवाली का त्यौहार रोशनी का त्यौहार माना जाता है। धार्मिक कथाओं के अनुसार कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि को भगवान श्री राम 14 साल के वनवास उपरांत अपने राज्य अयोध्या पधारे थे, जिस खुशी में अयोध्या वासियों ने पूरी अयोध्या में दीए जलाकर नगरी को रौशन कर दिया था। यही कारण है कि आज भी दिवाली पर लोग अपने घरों में दीए जलाते हैं। मगर क्या आप जानते हैं कि ये दीए कहां-कहां जलाने चाहिए व इन्हें जलाने का क्या फायदा होता है।

आज हम आपको इसी संदर्भ के बारे में बताने वाले हैं कि दिवाली के दिन प्रत्येक व्यक्ति को किन जगहों पर दीए जलाने चाहिए।

दिवाली के दिन देवी लक्ष्मी की पूजा करने का विधान है, जिस दौरान उन्हें समर्पित एक दीपक जलाया जाता है। बहुत कम लोगों को पता होगा कि ये दीया पीतल या स्टील का होना चाहिए। तो अगर आप दिवाली पर देवी लक्ष्मी की पूजा करते हैं तो इस बार उनकी पूजा में यही दीया जलाएं।

दिवाली के रात को गाय के दूध से बने शुद्ध घी का दीपक देवालय में जलाने से जातक को अपने कर्ज से मुक्ति मिलती है, साथ ही साथ आर्थिक तंगी से राहत मिलती है।

तीसरा दीया तुलसी के पास जलाया जाता है। घर में तुलसी का पौधा हो तो अधिक अच्छा होता है मगर यदि घर में पौधा न हो तो मंदिर में तुलसी के पौधे के समीप ये दीया जला सकते हैं।

इसके बाद घर के दरवाज़े के बाहर देहरी के आस-पास दीया जलाना चाहिए। अगरइ इस स्थल पर रंगोली बनाई हो तो रंगोली के बीच दीए रखने भी अच्छे होते हैं।

पांचवा दीया जातक को पीपल के वृक्ष के नीचे रखना चाहिए।

इसके बाद छठा दीपक घर के समीप किसी भी मंदिर में रखना चाहिए।

बता दें इस दिन यानि दिवाली के दिन कचरे रखने वाले स्थल पर भी दीया जलाया जाता है। सातवां दीपक यही जलाना चाहिए। तथा आठवां दीया बाथरूम के कोने में रखा जाता है।

नौवां दीया घर की गैलरी में, व दसावां घर की दिवारों की मुंडेर पर या बॉउंड्रीवाल पर रख सकते हैं।

ग्यारहां दीपक घर में खिड़कियों में, बारहवां दीया छत पर, तेरहवां दीपक चौराहे पर जलाना चाहिए।

चौदहवां दीया पर कुल देवी या देवता, यम और पितरों के लिए भी जलाया जाता है, तथा पंद्रहवां दीपक गौशाला में रखने चाहिए।  

Jyoti

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