नहीं करना चाहते हैं इस दिवाली मां लक्ष्मी को नाराज़ तो गांठ बांध लें ये बात

Wednesday, Oct 19, 2022 - 12:40 PM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
इस वर्ष दिवाली का पर्व 24 अक्टूबर को मनाया जाएगा। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि यानि दिवाली के पावन अवसर पर देवी लक्ष्मी की विधि वत पूजा की जाती है। ऐसा कहा जाता है कि इस दिन देवी लक्ष्मी अपने भक्तों के घर में निवास करती हैं और उन पर अपना आशीर्वाद के रूप में धन-धान्य प्रदान करती हैं। परंतु क्या आप जानते हैं इस दिन कुछ कामों को करने से बचना भी चाहिुए। ज्योतिष शास्त्र में दिवाली व मां लक्ष्मी से जुड़ी कुछ खास कामों के बार में बताया गया है जिन्हें करने से देवी लक्ष्मी अपने भक्तों पर नाराज़ हो जाती हैं। जाहिर सी बात है अगर लक्ष्मी मां नाराज़ होगीं तो घर व जीवन में से लक्ष्मी यानि धन भी चला जाता है। तो अगर आप चाहते हैं कि आप जीवन में  देवी लक्ष्मी की कृपा व आशीष से कभी वंचित न हो तो आगे बताई गई उन बातों को अपने पल्ले बांध लें जिन्हें दिवाली के दिन करना आपके लिए हर तरफ से हानिकारक साबित हो सकती हैं।  

अक्सर देखा जाता है दिवाली के दिन  लोग शराब का सेवन करते हैं और जुआ खेलते हैं..लेकिन ऐसा करना अपने घर में दरिद्रता को खुद बुलावा देना है। इस पवित्र पर्व परमदिरा, मास आदि का सेवन करने से घर में गरीबी और दरिद्रता आती है।

बता दें, दीवाली के दिन देर तक नहींसोना चाहिए।  इस दिन सुबह यानी ब्रह्ममुहूर्त में उठना चाहिए। इससे मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और घर को धन से भरदेती हैं। तो ऐसे में मां की कृपा पाने के लिए इस दिन सुबह जल्दी उठकर मांकी पूजा आराधना करनी चाहिए। तो वहीं इस दिन शाम के समय भी कभी नहीं सोना चाहिए। माना जाता है इस दिन शाम के समय सोने से घर में दरिद्रता आती है।  

इस दिन भूलकर भी बड़ों का अपमान नहीं करनाचाहिए। कैसे भी हालत क्यों न हो । दिवाली के शुभ दिन पर बड़ों का अपमान करनेसे मां लक्मीड़ो रूठ जाती है। इसके अलावा इस दिन न ही घर में क्लेवश करना चाहिए। माना जाता है दिवाली के दिन जिस घर में कलह होता है उस घर में मां लक्ष्मीेनहीं आती। और न ही उनकी कृपा मिलती है।

1100  रुपए मूल्य की जन्म कुंडली मुफ्त में पाएं । अपनी जन्म तिथि अपने नाम , जन्म के समय और जन्म के स्थान के साथ हमें 96189-89025 पर वाट्स ऐप करें

वैसे तो दिवाली के त्योहार पर हरकोई अपने घर की साफ-सफाई करता है। लेकिन अगर किसी के घर में सफाई न हो वहां देवीलक्ष्मी चरण नहीं डालती। धार्मिक ग्रंथो में भी इस बात का वर्णन है कि जहां साफ-सफाई होती है वहां देवी-देवताओं का वास होता है। कहा जाता है कि मां लक्ष्मी वहीं आती हैं जहां साफ-सफाई हो। इसके साथ ही घर के बाहर रंगोली भी बनानीचाहिए। फूलों की माला और दियों से घर को सजाना भी बहुत ही शुभ माना जाता है।

इस दिन किसी पर भी क्रोध नहीं करना चाहिए। ये खुशियों और रोशनी का त्योमहार है। इसी की तरह ही हमें खुशी से चहकते रहना चाहिए। अपने गुस्सेा पर काबू रखनाचाहिए। इस दिन क्रोध करने से महालक्ष्मी आपसे नाराज़ हो जाती है और ऐसे लोगोंके घर में अंशाति का वातावरण बना रहता है।     

Jyoti

Advertising