कैसे होती है ईश्वर की प्राप्ति, इस धार्मिक प्रसंग से जानें

Thursday, Mar 17, 2022 - 11:47 AM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
संत नामदेव से एक जिज्ञासु ने प्रश्न किया-‘गुरुदेव, कहा जाता है कि ईश्वर हर जगह मौजूद है, तो उसे अनुभव कैसे किया जा सकता है? क्या आप उसकी प्राप्ति का कोई उपाय बता सकते हैं?’ नामदेव यह सुनकर मुस्कुराए। फिर उन्होंने उसे एक लोटा पानी और थोड़ा सा नमक लाने को कहा। वहां उपस्थित शिष्यों की उत्सुकता बढ़ गई।

नमक और पानी के आ जाने पर संत ने नमक को पानी में डाल देने को कहा। जब नमक पानी में घुल गया तो संत ने पूछा, ‘बताओ, क्या तुम्हें इसमें नमक दिख रहा है?’ जिज्ञासु बोला, ‘नहीं गुरुदेव, नमक तो इसमें पूरी तरह घुल-मिल गया है।’ संत ने पानी चखने को कहा। उसने चखकर कहा-‘जी, इसमें नमक उपस्थित है, पर वह दिखाई नहीं दे रहा।’


अब संत ने उसे जल उबालने को कहा। पूरा जल जब भाप बन गया तो संत ने पूछा, ‘क्या इसमें यह दिखता है?’ जिज्ञासु ने गौर से लोटे को देखा और कहा-‘हां, अब इसमें नमक दिख रहा है।’ तब संत ने समझाया-‘जिस तरह नमक पानी में होते हुए भी दिखता नहीं, उसी तरह ईश्वर भी हर जगह अनुभव किया जा सकता है, मगर वह दिखता नहीं। जिस तरह जल को गर्म करके तुमने नमक पा लिया, उसी प्रकार तुम भी उचित तप और कर्म करके ईश्वर को प्राप्त कर सकते हो।’

Jyoti

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