Pregnancy के दौरान जरूर करें इस मंत्र का जाप, पैदा होगी संस्कारी औलाद!

Thursday, Jun 09, 2022 - 01:50 PM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
संतान का सुख पाने की चाह प्रत्येक व्यक्ति को होती है। प्रत्येक दंपत्ति की ये ईच्छा होती है कि उनके घर में जो संतान जन्म ले वो बहुत सुन्दर, संस्कारवान, बुद्धिमान, स्वस्थ और उनके माता-पिता का नाम रोशन करने वाली हो। वैसे तो बच्चे का बुद्धिमान और संस्कारी होना परवरिश पर निर्भर करता है और ये बात भी सच है प्रैगनेंसी के समय स्त्री जो भी करती है या खाती है उसका सीधा असर होने वाले शिशु पर होता है लेकिन धार्मिक मान्यता के अनुसार, गर्भावस्था में शिशु का शारीरिक, मानसिक व आध्यात्मिक विकास कर उसे मन चाहे सांचे में ढाला जा सकता है। आज हम आपको कुछ ऐसे उपाय व मंत्र बताएंगे जिससे आपकी कोख में पल रहें नवजात का विकास ठीक वैसा होता है जैसे संतान के मां-बाप चाहते हैं। 

जो महिला गर्भवती है उसके कमरे में बाल गोपाल की तस्वीर या मूर्ति रखें, ये बेहद शुभ माना जाता है। इसे अपने कमरे में इस तरह लगाएं कि महिला को सुबह उठते ही तस्वीर के दर्शन हो। ऐसा करने से भगवान की छवि बच्चे पर पड़ती है और वह उन्हीं की तरह आज्ञाकारी होता है। आप साथ में मोर पंख भी रख सकते हैं। इसी तरह अगर आप रामायण या श्रीमद्भागवत पुराण रोज पढ़ते हैं। तो इसका शुभ असर आपके बच्चे पर पड़ता है। माना जाता है ऐसा करने से पैदा होने वाला बच्चा काफी संस्कारी होता है और वो बच्चा भगवान की देखरेख में रहता है।

गर्भवती महिला के कमरे में भगवान कृष्ण की बांसुरी और शंख रखने से बच्चा शांत और हंसमुख स्वभाव का होता है। साथ ही आप तांबे की धातु से बनी कोई एक वस्तु भी कमरे में रख सकते हैं। इससे गर्भवती महिला और बच्चे पर बुरी नजर और नकारात्मकता का असर नहीं होता और उसे वह सकारात्मक ऊर्जा में बदल देता है। इसके अलावा गर्भवस्था से जुड़ा एक मंत्र भी है, जिसका जाप गर्भवस्था में करना धार्मिक ग्रंथो में बहुत ही उत्तम माना जाता है। यहां जानें मंत्र- 

रक्ष रक्ष गणाध्यक्षः रक्ष त्रैलोक्य नायकः।
भक्त नाभयं कर्ता त्राताभव भवार्णवात्।।

गर्भवती स्त्री हर रोज सूर्योदय से पहले और सूर्यास्त के बाद 51 बार इस मंत्र का उच्चारण अपने गर्भ पर हाथ रखकर करें। इससे आपके बच्चे पर बहुत अच्छा असर होगा। और भगवान की कृपा उस पर बनी रहेगी। ऐसा बच्चा संस्कारी तो होता ही है। साथ ही वो जिस भी फील्ड में जाता है। उसमें उसे तरक्की मिलती है। इसके साथ ही अगर आप गायत्री मंत्र का उच्चारण भी कर लेते हैं। तो इसका आपको और आपको बच्चे को बहुत फायदा मिलता है। गायत्री मंत्र का जाप करते समय सूर्य देव का ध्यान करें और प्रभु से वेनती करें कि आपकी गर्भ में जो संतान पल रही है वो जन्म लेने के बाद दिव्य, तेजस्वी, बुद्धिमान, चतुर, निरोगी, समाज की प्रिय, यशस्वी, और दीर्घजीवी हो। बता दें ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इस मंत्र का जाप प्रतिदिन करना चाहिए। 

(नोट- उपरोक्त दी गई जानकारी केवल ज्योतिष व धार्मिक मान्यताओं पर आधारित हैं, पंजाब केसरी ऐसी किसी भी जानकारी की पुष्टि नहीं करता।)

Jyoti

Advertising