Dhanteras 2020: खाली बर्तनों की घर में न करें Entry, इन चीज़ों को डालकर लाएं नए बर्तन

Wednesday, Nov 11, 2020 - 02:25 PM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
हर त्यौहार की तरह धनतेरस मनाने के पीछे भी एक पौराणिक कथा प्रचलित है। अगर सनातन धर्म के त्यौहारों व पर्वो की बात करें, तो कोई ऐसा त्यौहार नहीं है जिससे जुड़ी पौराणिक कथा या उससे जुड़ा कोई रहस्य न हो। धनतेरस के पर्व की बात करें तो ठीक इसके साथ भी कई पौराणिक किंवदंतियां जुड़ी हुई है। कथाओं के अनुसार क्षीरसागर में मंथन के दौरान, भगवान धनवंतरि हाथ में अमृत का कलश लेक प्रकट हुए थे। जिसके उपलक्ष्य में धनतेरस का पर्व मनाया जाता है। इस त्यौहार को हिंदू धर्म में सुख और समृद्धि का पर्व माना जाता है। चूंकि इनका प्राकट्य त्रयोदशी के दिन हुआ था, वो भी हाथ में अमृत कलश लेकर इसलिए इस दिन को धन त्रयोदशी के नाम से भी जाना जाता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इस दिन सोना, चांदी या नए बर्तन खरीदने शुभ होते हैं। इस बारे में लगभग जानकारी हम आपको दे ही चुके हैं। इसी कड़ी में आगे हम आपको बताने जा रहे हैं कि इस दिन जो बर्तन लाए जाते हैं उनका उपयोग कब करना चाहिए, तथा उनमें क्या डालना चाहिए।

जी हां बहुत से लोग होते हैं जिन्हें इस बारे में जानकारी नहीं होती है कि इस दिन जो नए बर्तन लाए जाते हैं, शास्त्रों के अनुसार में उसमें कौन सी चीज़ें डालनी चाहिए।

लेकिन इससे पहले आपको बता दें कुछ लोग इस दिन लोहे के बर्तन खरीद लेते हैं, जिन्हें शास्त्रों के अनुसार खरीदना अच्छा नहीं होता। तो वहीं कुछ लोग इस दिन स्टील के बर्तन खरीदते हैं। बता दें स्टील भी एक प्रकार का लोहा ही होता है, इसलिए इस दिन स्टील के बर्तन भी नहीं खरीदने चाहिए। इन सब के बदले में जातक को सोना, चांगी या धातु की बनी लक्ष्मी-गणेश की प्रतिमाएं या नए बर्तन खरीदने चाहिए।

धनतेरस पर अधिकतर लोग स्टील के बर्तन खरीदते हैं लेकिन स्टील भी लोहे का ही एक रूप है इसलिए धनतेरस के दिन स्टील के बर्तन नहीं खरीदने की सलाह दी जाती है। स्टील व लोहे के अलावा कांच के बर्तन भी खरीदने से बचना चाहिए। धनतेरस के दिन समृद्धि के प्रतीक के तौर पर ये चीजें खरीदना शुभ माना जाता है- सोना, चांदी, धातु की बनीं लक्ष्मी-गणेश की मूर्तियां, नए बर्तन।

खरीदें पीतल या चांदी के बर्तन -
धार्मिक कथाओं में भगवान धनवंतरि को भगवान विष्णु का रूप माना जाता है। जो समुद्र मंथन को दौरान अमृत कलश लिए हुए प्रकट हुए थे। ऐसा माना जाता है कि यह अमृत कलश पीतल का बना हुआ है, क्योंकि पीतल भगवान धनवंतरी की प्रिय धातु है। यही कारण है धनतेरस के दिन पीतल की खरीदारी को ज्यादा फलदायी माना गया है। तो अगर आज तक आप इस दिन स्टील के बर्तनों की खरीददारी करते आएं हैं, तो ध्यान रहे इस बार स्टील के नहीं बल्कि पीतल के बर्तनों को खरीदना शुरू करें।

धनतेरस के दिन खाली बर्तन न लाएं घर-
धनतेरस के दिन बर्तन खरीदना बहुत शुभ होता है, लेकिन शास्त्रों में इस दिन की जाने वाले बर्तनों की खरीदारी के वक्त कुछ सावधानियों को ध्यान में रखना आवश्यक बताया गया है।

प्रत्येक व्यक्ति को इस बात का ध्यान रखना चाहिए, इस दिन घर पर खाली बर्तन कभी घर न लाएं, इसे घर लाने पर पानी से भर दें। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार पानी को भाग्य से जोड़कर देखा जाता है, इससे घर में समृद्धि और संपन्नता का वास होता है।

कहा जाता है इस दिन घर में खाली बर्तन घर लाना अशुभ का प्रतीक होता है, इससे घर की बरकत चली जाती है।

इसके अलावा बर्तन घर लाकर उसमें शकर भी भर सकते हैं, इससे घर में समृद्धि बनी रहती है।

बर्तन में श्वेत चावल भरने से सौभाग्य चमक जाता है। तो वहीं दूध, गुड़, गेंहू, सिक्के व शहद भरने से घर की समृद्धि दोगुनी हो जाती है।

Jyoti

Advertising