इस दिन से मांगलिक कार्यों पर लगा दी जाएगी रोक, जानिए क्या है इसका महत्व

Friday, Jun 26, 2020 - 04:45 PM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
हिंदू धर्म में कुछ तिथियों का बहुत महत्व दिया गया है। इन तिथियों मे से एक है एकादशी तिथि जो सृष्टि के पालनहार श्री हरि विष्णु जी की प्रिय मानी जाती है। हिंदू धर्म में प्रत्येक एकादशी तिथि का अलग महत्व है। हम आज बात करने वाले हैं देवशयनी एकादशी के बारे में। बता दें आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की एकादश तिथि को पड़ती है। जिसे शास्त्रों में देवशयनी एकादशी, आषाढ़ी एकादशी तथा हरिशयनी एकादश के नाम से जाना जाता है।

धार्मिक ग्रंथों की बात करें तो इसमें उल्लेख के अनुसार समस्त देवताओं में श्री कृष्ण, देवियों में प्रकृति, वर्णों में ब्राह्मण तथा वैष्णवों में भगवान शिव श्रेष्ठ हैं। उसी प्रकार व्रतों में एकादशी व्रत भी श्रेष्ठ है। यही कारण इस दौरान श्री हरि विष्णु की पूजा का अधिक महत्व है। तो चलिए जानते हैं देवशयनी एकादशी कब है साथ ही जानेंगे इसका शुभ मुहूर्त। 

इस दिन मनाई जाएगी देवशयनी एकादशी
हिंदू पंचांग के अनुसार इस साल आषाढ़ शुक्ल की एकादशी तिथि 01 जुलाई 2020 को पड़ रही है, यानि इस दिन ही देवशयनी एकादशी का व्रत मनाया जाएगा। जिसके साथ ही एक जुलाई से चतुर्मास प्रारंभ हो जाएगा। शास्त्रों के अनुसार इस दिन भगवान विष्णु चार माह तक पाताल लोक में निवास करेंगे। जिस बीच सभी तरह के मांगलिक कार्यों पर रोक लगा जी जाएगी। बताया जाता है चार माह बाद जब सूर्य देव तुला राशि में प्रवेश करते हैं, उस दिन भगवान विष्णु का शयन समाप्त होता है। जिस शास्त्रों में देवोत्थान एकादशी के नाम से जाना जाता हैं।

देवशयनी एकादशी का मुहूर्त
एकादशी तिथि प्रारंभ: 30 जून, शाम 07:49 बजे से 
एकादशी तिथि समाप्त: 1 जुलाई, शाम 5:30 बजे 
 

क्या है इसका धार्मिक महत्व
ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार जो जातक इस दिन विधि पूर्वक व्रत करता है उसे सभी प्रकार के कष्टों से मुक्ति मिलती है। महाभारत के समय भगवान श्रीकृष्ण ने स्वयं एकादशी व्रत का महत्व बताया था।

Jyoti

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