अपनी मनोकामना के अनुसार करें देवी लक्ष्मी के रूपों का आवाहन, जो मांगोगे मिलेगा वही

Saturday, Oct 26, 2019 - 02:28 PM (IST)

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दिवाली के दिन देवी लक्ष्मी की पूजा होती है, इस बात से की अंजान नहीं होगा। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस दिन देवी लक्ष्मी अपने सभी भक्तों के आवाहन से प्रसन्न होकर उनके घर में जाकर उन्हें धन-संपदा की प्राप्ति का आशीर्वाद देती है या यूं भी कह सकते हैं कि उनके भंडारे भर देती हैं। परंतु बहुत से ऐसे भी लोग होते हैं जिन्हें देवी लक्ष्मी की पूजा की सही विधि नहीं पता होती। जिसके चलते वे इस खास दिन भी इनकी कृपा से वंचित रह जाते हैं। लेकिन आपको बता दें इस बार आपको यह सोचकाप परेशान या उदास होने की ज़रूरत नहीं है क्योंकि हम आपके लिए इनकी पूजा से जुड़ी ही ऐसी जानकारी लेकर आएं हैं जिसे जानने के बाद आप भी बड़ ही सरलता से देवी लक्ष्मी को प्रसन्न कर पाएंगे और उनकी कृपा के पात्र बन पाएंगे। तो चलिए अधिक देर न करते हुए जानते हैं कि इस दिन कौन सी आसान पूजन विधि से आप भी माता लक्ष्मी की कृपा पा सकते हैं।

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार दिवाली के शुभ अवसर पर अगर देवी लक्ष्मी के अष्टलक्ष्मी स्वरूप की पूजा करने से जातक की समस्त इच्छाएं जल्द ही पूर्ण हो जाती हैं। इतना ही नहीं बल्कि अगर ये अपनी आराधना से प्रसन्न हो जाएं तो घर में स्थ्रिर हो जाती हैं। कहा जाता है अष्टलक्ष्मी की अर्चना मनोकामना अनुसार भी की जा सकती है। तो आइए जानते हैं जानते हैं कि अपनी इच्छानुसार कैसे करनी चाहिए इनकी अराधना न कौन से मंत्रों से इनका आवाहन करना चाहिए-

स्थिर लक्ष्‍मी
स्थिर लक्ष्मी यानि एक जगह निवास करने वाली देवी। कहा जाता है जिस व्यक्ति के घर में दिवाली के दिन मां लक्ष्मी के स्थिर लक्ष्मी स्वरूप की पूजा होती है उसका घर धन-धान्य से भर जाता है। माना जाता है वास्‍तव में मां का यह स्‍वरूप अन्‍नपूर्णा देवी के घर में स्‍थाई निवास की पद्धति है। इनकी पूजा में करें इस मंत्र का उपयोग-
मंत्र-
ऊं अन्‍न लक्ष्‍म्‍यै नम:।।

आयु लक्ष्‍मी
जो जातक बहुत लंबे समय से किसी तरह के बीमारी से पीड़ित हो या मानसिक रोग से ग्रस्त हो देवी लक्ष्‍मी के आयु लक्ष्मी स्‍वरूप की पूजा करनी चाहिए। मान्यता है इससे दीर्घायु की प्राप्ति होती है साथ ही साथ सभी प्रकार के रोगों से आज़ादी मिलती है। इनकी पूजा में इस मंत्र का करें उच्चारण-
मंत्र-
ऊं सौभाग्‍यलक्ष्‍म्‍यै नम:।।

वाहन लक्ष्‍मी
बहुत समय से नया वाहन खरीदने की सोच रहे हैं परंतु किसी न किसी कारण वश खरीद नहीं पा रहे तो माता लक्ष्मी के वाहन लक्ष्मी स्वरूप की पूजा करना लाभदायक हो सकती है। कहा जाता है ऐसा करने से  जल्द मनोकामना पूरी होती है। ये है इनका पूजन मंत्र-
मंत्र-
ऊं वाहन लक्ष्‍म्‍यै नम:।।

संतान लक्ष्‍मी
संतान की कामना रखने वाली दंपत्ति को इस दिन देवी मां के संतान लक्ष्मी स्वरूप की पूजा करनी चाहिए। कहते हैं दिवाली की रात संतान की कामना करने वाले जातक अगर नीचे दिए गए मंत्र का जाप करते हैं तो उनकी सूनी गोद भर जाती है।
मंत्र-
ऊं भोगलक्ष्‍म्‍यै नम:।।

गृह लक्ष्‍मी
मान्यताओं के मुताबिक दीपावली के दिन लक्ष्मी जी के गृह लक्ष्‍मी स्वरूप की पूजा करने से खुद का घर बनने के योग बनते हैं। तो अगर आप भी अपने खूबसूरत घर के सपने देख रहे हैं इस दिवाली इनकी पूजा अवश्य करें साथ ही नीचे दिए गए मंत्र का जाप करें।  
मंत्र-
ऊं योगलक्ष्‍म्‍यै नम:।।

यश लक्ष्‍मी
समाज में सम्‍मान, यश और ऐश्‍वर्य की प्राप्ति के लिए देवी लक्ष्मी के यश लक्ष्मी स्वरूप की पूजा करना चाहिए। कहा जाता है इनकी आराधना से व्‍यक्ति में विद्वता और विनम्रता आती है तथा अन्‍य लोग जो शत्रुता रखते हैं  उनका व्‍यवहार प्रेममय हो जाता है। इनकी पूजा में ज़रूर जपें ये मंत्र-
मंत्र-
ऊं विद्यालक्ष्‍म्‍यै नम:।।

सत्‍य लक्ष्‍मी
ज्योतिष मान्यताओं के अनुसार जो पुरुष सुंदर व सुशील पत्नी पाना चाहते हैं वो नीचे दिए गए मंत्र का जाप करें।
मंत्र-
ऊं सत्‍यलक्ष्‍म्‍यै नम:।।

Jyoti

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