इस शिव मंदिर में आज भी अश्वत्थामा करने आते हैं शिवलिंग की पूजा

Wednesday, Jul 10, 2019 - 01:58 PM (IST)

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इस महीने की 17 तारीख़ से भगवान शंकर के प्रिय सावन के महीने का आगाज़ होने जा रहा है। सावन का पूरा महीना शिव जी को प्रसन्न करने के लिए बेहद खास माना जाता है। ज्योतिष गणना के अनुसार इस बार का सावन आज तक के सभी सावन से खास मा जा रहा क्योंकि इस दौरान कुछ ऐसे संयोग बन रहे हैं जो मानव जीवन के लिए बहुत ही खास बताए जा रहे हैं। सावन के पूरे महीने में दुनिया भर के शिव मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ देखने को मिलती है। इसी खास मौके पर आज हम आपको भारत के एक प्राचीन शिव मंदिर के बारे में बताने जा रह हैं जहा लंबी उम्र पाने के लिए दूर-दूर से लोग भोलेनाथ का आशीर्वाद प्राप्त करने आते हैं। आइए जानते हैं कहां है ये मंदिर-

उत्तर प्रदेश के देवरिया  जिले के सलेमपुर में है प्राचीन शिव मंदिर स्थित है जिसे दीर्घेश्‍वरनाथ मंदिर के नाम से जाना जाता है। कहा जाता है कि इस मंदिर में जो भी भक्त यहां आकर सच्चे  मन से भगवान शिव के दर्शन करता है, उसकी उम्र बढ़ जाती है। यहां की प्रचलित लोक मान्यताओं के अनुसार यहां स्थापित भगवान शिव का शिवलिंग स्‍वयंभू है थे। बताया जाता है चूंकि यह शिवलिंग जंगलों में था इसलिए पहले यहां जाने से लोग डरा करे  थे। परंतु कुछ समय बाद लोग यहां जाने लगें क्योंकि उनक मानना था कि यहां विराजमान भगवान शंकर अपने भक्तों को दीर्घ आयु का आशीर्वाद देते हैं।

आज भी यहां अश्वत्थामा करते हैं पूजा-
पौराणिक कथाओं और मान्यताओं के अनुसार प्राचीन काल में दीर्घेश्‍वरनाथ नामक मंदिर में महाभारत के पात्र अश्वत्थामा भगवान शंकर की पूजा-अर्चना करते थे। यहां रहने वाले लोगों का मानना है कि आज भी अश्वत्थामा यहां भगवान शिव की पूजा करते हैं।


इससे जुड़ी एक मान्यता के अनुसार हर साल शिवरात्रि से एक दिन पहले रात्रि के तीसरे पहर में अश्वत्थामा यहां आकर भगवान शिव की आराधना करते हैं। स्थानीय लोगों का कहना है सुबह मंदिर खोले जाने पर मालूम चलता है कि शिवलिंग की पूजा की गई है।

Jyoti

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