Dahi Handi: दही हांडी पर घर में करें ये काम, कभी नहीं होगा धन का अभाव

Saturday, Aug 20, 2022 - 01:01 PM (IST)

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Dahi Handi 2022: कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि पर भगवान श्री कृष्ण के जन्मोत्सव का समय पूरे भारतवर्ष में धूमधाम से मनाया जाता है। जन्माष्टमी के दिन दही हांडी प्रथा भगवान श्री कृष्ण की बाल लीलाओं का स्मरण करवाती है। इसी कारण ये प्रथा आज तक प्रचलित है। भगवान श्री कृष्ण को बचपन से ही दही और माखन अत्याधिक प्रिय था। उनकी माता जी ने उनसे दही और माखन छिपाने के लिए दही को मिट्टी की हांडी में डालकर बहुत ऊपर लटकाना आरंभ कर दिया परंतु भगवान श्री कृष्ण दही और माखन के प्रति इतने लालायित थे कि वह अपने मित्रों के साथ टोली बनाकर दही और माखन की उस हांडी को फोड़ कर खाते और सखाओं को भी खिलाते थे।



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दही और माखन शुक्र ग्रह के कारक तत्वों में आते हैं। भगवान श्री कृष्ण स्वयं भी शुक्र ग्रह से अत्यधिक प्रभावित थे। शुक्र ग्रह का उच्चतम प्रभाव उनकी छवि में स्वत: ही दिखता है। शुक्र ग्रह की इन्हीं कारक वस्तुओं का अधिकतम प्रयोग शुक्र ग्रह को और भी मजबूत बनाता है।

जिन व्यक्तियों की कुंडली में शुक्र ग्रह की पीड़ा के कारण विवाह, प्रेम संबंधों, सुंदरता, ख्याति, भोग-विलास के साधनों में परेशानी है। उन लोगों के लिए आज का विशेष दिन बेहद लाभ देने वाला है। आज के दिन भगवान श्री कृष्ण को मिट्टी के बर्तन में दही या मक्खन चढ़ाने से शुक्र ग्रह बलवान होगा।

आज के दिन भगवान श्री कृष्ण का पूजन करते हुए अपने घर की उत्तर दिशा में श्री कृष्ण और राधा रानी के साथ नृत्य करता हुआ एक चित्र या फिर भगवान श्री कृष्ण का दही हांडी के साथ एक चित्र लगा देने से धन, प्रेम संबंधों और विवाह में चल रही परेशानियों से मुक्ति मिलती है।

आज के दिन मिट्टी के बर्तन में दही में माखन का भोग भगवान कृष्ण को लगाएं और स्वयं भी मिट्टी के पात्र में ही दही का सेवन करें। ऐसा करने से आपके अंदर शुक्र ग्रह के अशुभ प्रभावों का संचार होगा।

भगवान श्री कृष्ण का ध्यान करते हुए छोटे बच्चों को दही के कुल्हड़ बांटने पर व्यापार में वृद्धि होगी। उसके साथ-साथ भगवान श्री कृष्ण के मंत्रों का उच्चारण करते हुए छोटे बच्चों के चरण स्पर्श करें।


मंत्र: ॐ नमो भगवते तस्मै कृष्णायाकुण्ठमेधसे। सर्वव्याधिविनाशाय प्रभो माममृतं कृधि।।

नीलम
8847472411 

Niyati Bhandari

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