Country Of Midnight Sun: एक ऐसा देश जहां महज 40 मिनट की होती है रात
punjabkesari.in Saturday, Jun 15, 2024 - 11:33 AM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
Country Of Midnight Sun: दुनिया में एक ऐसा देश है, जहां केवल 40 मिनट की रात होती है। नार्वे के हेमरफेस्ट में रात 12 बजकर 43 मिनट पर सूरज डूबता है उसके 40 मिनट बाद फिर से उग जाता है। आपने सुना होगा कि भारत में 21 जून का दिन और 22 दिसम्बर की रात सबसे बड़ी होती है, पर यह घटना केवल एक दिन होती है। नार्वे के हेमरफेस्ट में महज 40 मिनट की रात होती है, उसके बाद फिर सूरज उग आता है लेकिन यह घटना केवल एक या दो दिन की नहीं होती, बल्कि पूरे अढ़ाई महीने तक ऐसा होता है, जब सूर्य अस्त ही नहीं होता।
आधी रात में सूरज उगने के कारण ही यह देश बहुत खास है और इसी वजह से इसे ‘कन्ट्री ऑफ मिडनाइट सन’ कहा जाता है। हेमरफेस्ट मे करीब 76 दिनों तक सूरज नहीं डूबता और ये दिन मई से लेकर जुलाई तक पड़ते हैं। नार्वे आर्कटिक सर्कल में स्थित है, जिसकी उत्तर की सीमा रूस और फिनलैंड के बार्डरों से लगी है और इसकी पूर्वी सीमा रेखा इसे स्वीडन के साथ जोड़ती है। नार्वे केवल ‘कन्ट्री ऑफ मिडनाइट सन’ होने के नाते ही नहीं, बल्कि अपनी कुदरती खूबसूरती के लिए भी दुनिया भर में जाना जाता है।
यह देश दुनिया के अमीर देशों में से एक है और यहां के लोग भी अपनी ठाट-बाट के लिए जाने जाते हैं, जो अपने खानपान और सेहत को लेकर काफी सजग होते हैं तथा इससे जुड़ी कोई लापरवाही नहीं करते।
महज 40 मिनट की रात होने का कारण
खगोलशास्त्र के अनुसार सौरमण्डल में सूर्य हमेशा स्थिर रहता है और सभी ग्रह इसके चारों ओर अपनी निश्चित कक्षा में गति करते हैं। इन सभी ग्रहों में से हमारी पृथ्वी भी एक है, जो अपनी कक्षा में 365 दिन सूर्य का चक्कर लगाती है। पृथ्वी अपनी कक्षा में अपने अक्ष पर घूमती रहती है और 24 घंटे में अपने अक्ष पर घूमते हुए अपना एक चक्कर पूरा करती है और यही कारण है कि पृथ्वी पर दिन और रात होते हैं। हालांकि दिन और रात की अवधि हर समय बराबर नहीं रहती क्योंकि दिन और रात छोटे-बड़े होते रहते हैं। दिन और रात की अवधि में जो अंतर आता है, उसके पीछे की वजह पृथ्वी का अपने अक्ष के सापेक्ष झुकाव होता है लेकिन पृथ्वी का कोई वास्तविक अक्ष नहीं होता, यह एक कल्पना मात्र होती है।
जब पृथ्वी घूमती रहती है तो उसके दक्षिण और उत्तर के दो बिंदुओं को मिला कर एक घूर्णन अक्ष की परिकल्पना कर ली जाती है। पृथ्वी अपने अक्ष पर 23 डिग्री का कोण बनाकर झुकी हुई होती है, जबकि यह अपने घूर्णन तल से 66 डिग्री का कोण बनाकर अपनी कक्षा में घूमती रहती है। पृथ्वी का अपने अक्ष पर झुकाव होना ही पृथ्वी पर दिन और रात होने का कारण है। 21 जून और 22 दिसम्बर के दिन ऐसा होता है कि पृथ्वी के झुकाव के कारण सूर्य से आने वाली प्रकाश की किरणें पृथ्वी के सभी हिस्सों में समान रूप से वितरित नहीं हो पातीं, इसी कारण दिन और रात की अवधि में फर्क आ जाता है। नार्वे में ‘मिडनाइट सनराइज’ के पीछे भी कुछ ऐसी ही वजह होती है।
दरअसल, नार्वे ने जब यह घटना होती है, उस समय पृथ्वी के 66 डिग्री उत्तरी अक्षांश से लेकर 90 डिग्री उत्तरी अक्षांश तक धरती का पूरा हिस्सा सूर्य के प्रकाश में रहता है। इसी वजह से नार्वे में ‘मिडनाइट सनराइज’ की घटना होती है और लगभग अढ़ाई महीने तक सूर्य अस्त नहीं होता।
धरती पर नार्वे के अलावा कई और देश हैं जहां सामान्य रात और दिन नहीं होते। कुछ देशों में तो महीनों तक सूरज निकला रहता है। ये सभी देश पृथ्वी के आर्कटिक सर्कल यानी उत्तरी ध्रुव में स्थित होते हैं, जिससे गर्मियों में सूर्य की किरणें सीधी रेखा में इन सभी स्थानों पर पड़ती हैं और दिन तथा रात का इतना बड़ा अंतर देखने को मिलता है।
नार्वे के अलावा दुनिया में कौन से देश हैं, जहां रात नहीं होती ?
आइए अब हम आपको नार्वे के अलावा दुनिया के कुछ ऐसे देशों के बारे में बताते हैं जहां पर रात नहीं होती।
फिनलैंड
फिनलैंड भी दुनिया का एक ऐसा ही विचित्र देश है। यह यूरोप का बहुत ही खूबसूरत देश है, जो अपनी खूबसूरत झीलों के लिए भी प्रसिद्ध है। यहा 23 घंटे का दिन होता है। इसके अलावा आपको यह भी हैरानी होगी कि फिनलैंड में कुछ ऐसी भी जगहें हैं, जहां लगातार 73 दिनों तक सूर्य उगा ही रहता है।
फिनलैंड के जिन स्थानों पर यह घटना होती है, वे नार्वे के बेहद करीब हैं क्योंकि नार्वे में भी 76 दिनों तक लगातार सूर्य उगा ही रहता है इसलिए नार्वे से सटे कुछ ऐसे स्थान भी हैं फिनलैंड में जहां पर 73 दिनों तक लगातार सूर्य उगा रहता है।
स्वीडन
यह देश उत्तरी यूरोप में स्थित है। इसके उत्तर में फिनलैंड और पश्चिम में नार्वे है। यह यूरोप का पांचवां और दुनिया का 55वां सबसे बड़ा देश है। स्वीडन में मई, जून, जुलाई, अगस्त, यानी लगभग 4 महीनों तक सूरज निकला रहता है। यहां सूर्य केवल मध्य रात्रि में डूबता है और वह भी कुछ ही मिनटों में फिर से उग जाता है।
आइसलैंड
उत्तरी अटलांटिक महासागर और यूरोप में स्थित दूसरे नंबर का यह सबसे बड़ा आईलैंड है। इस देश की आबादी बहुत कम है। आइसलैंड की खास बात यह भी है कि यहां आपको रात में भी सूर्य की रोशनी का भरपूर आनंद मिल सकता है क्योंकि यहां आधी रात के समय में भी सूर्य की रोशनी फैली रहती है।
कनाडा
कनाडा क्षेत्रफल की दृष्टि से दुनिया का दूसरा ऐसा देश है जो सबसे बड़ा है। साल में कई महीनों तक कनाडा पूरी तरह बर्फ से ढंका रहता है लेकिन यहां की खास बात यह है कि गर्मियों में इसके उत्तरी-पश्चिमी हिस्से में सूर्य 50 दिनों तक लगातार निकला रहता है, यहां सूरज डूबता ही नहीं।
अलास्का
अमरीका का सबसे बड़ा राज्य अलास्का दुनिया भर में अपने ग्लेशियरों और बर्फ की चादर से ढंका देश है, जिसकी खूबसूरती देखते ही बनती है। ठीक नार्वे की तरह यहां भी मई से लेकर जुलाई महीने तक सूर्य दिन-रात चमकता रहता है। अलास्का की सबसे रोचक बात उसके ग्लेशियर हैं, जो मई से जुलाई के महीने तक लगातार सूर्य की रोशनी में चमकते रहते हैं। आपको बता दें कि यहां 12.30 पर सूर्य अस्त होता है और उसके केवल 51 मिनट के बाद फिर से उगाता है, जिसके कारण यहां भी रात नहीं होती।