ऐसा होगा अयोध्या में राम मंदिर

Thursday, Feb 06, 2020 - 09:04 AM (IST)

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नई दिल्ली (एजैंसियां): अयोध्या में राम मंदिर बनाने पर मोदी सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को बताया कि ट्रस्ट का नाम श्री राम मंदिर तीर्थ क्षेत्र रखा गया है। बताया जा रहा है कि राम मंदिर दो मंजिला होगा। इसकी कुल लंबाई 270 फीट और चौड़ाई 140 फीट होगी। डिजाइन के मुताबिक मंदिर की ऊंचाई को 128 फीट रखा जाएगा। राम मंदिर के किसी भी हिस्से में स्टील का इस्तेमाल नहीं किया जाएगा। मंदिर में कुल 212 पिल्लर और 330 बीम होंगे। इसके अलावा निचली इमारत में कुल 106 खंभे होंगे। इन सभी चीजों से मंदिर ज्यादा मजबूत बनेगा।

प्रवेश द्वार होंगे
मंदिर के कुल 5 प्रवेश द्वार होंगे। इनमें पहला सिंह द्वार, दूसरा नृत्य मंडप, तीसरा रंग मंडप, चौथा कौली और पांचवां गर्भगृह व परिक्रमा द्वार है। 

मंदिर में कुल 24 दरवाजे होंगे जिनकी चौखटों को संगमरमर के पत्थर से तराशा जाएगा। मंदिर का मुख्य द्वार मकराना के सफेद संगमरमर से बनेगा।

मंदिर में भगवान राम की प्रतिमा को नीचे वाली मंजिल में रखा जाएगा जबकि ऊपर वाली मंजिल पर राम दरबार बनाया जाएगा। 

मंदिर के दोनों तलों पर एक गर्भगृह बनाया जाएगा जिसमें कौली (पुजारियों के बैठने की जगह) होगी।

जल्द मंदिर निर्माण शुरू करना चाहिए
विहिप के अंतर्राष्ट्रीय कार्याध्यक्ष आलोक कुमार ने कहा कि मंदिर निर्माण के लिए ट्रस्ट के गठन की घोषणा के बाद अब जल्द से जल्द बैठक बुलाकर मंदिर निर्माण शुरू करना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह निर्णय 30 साल पहले बने वास्तुचित्र के अनुरूप हो।

भाजपा अब राम के नाम पर वोट मांगना बंद करे : गोगोई
कांग्रेस प्रवक्ता गौरव गोगोई ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए प्रक्रिया चल रही है और उन्हें उम्मीद है कि मंदिर के नाम पर भाजपा अब राजनीति नहीं करेगी तथा राम के नाम पर वोट मांगना बंद कर देगी। न्यायालय के आदेश के बाद ही अयोध्या में मंदिर बनाने के लिए लम्बे समय से जारी विवाद खत्म हुआ था।  

ट्रस्ट में शामिल सदस्य
अयोध्या विवाद में हिंदू पक्ष के मुख्य वकील 92 वर्षीय के. परासरन। 

जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती महाराज (प्रयागराज) बद्रीनाथ। 

जगतगुरु माध्वाचार्य स्वामी विश्व प्रसन्नतीर्थ महाराज कर्नाटक पेजावर मठ के 33वें पीठाधीश्वर।

युगपुरुष परमानंद महाराज अखंड आश्रम हरिद्वार प्रमुख। 

स्वामी गोविंद देव गिरि जी महाराज। 

बिमलेंद्र मोहन प्रताप मिश्र, अयोध्या राजपरिवार के वंशज। 

डॉ. अनिल मिश्र, होम्योपैथिक डॉक्टर, संघ के अवध प्रांत के प्रांत कार्यवाह।

कामेश्वर चौपाल, पटना (एस.सी. सदस्य) कारसेवक, 1989 में शिलान्यास की पहली ईंट रखी। 

महंत दिनेंद्र दास अयोध्या के निर्मोही अखाड़े के अयोध्या बैठक के प्रमुख। 

केंद्र सरकार द्वारा नामित एक आई.ए.एस., जो हिंदू धर्म का होगा।

राज्य सरकार द्वारा नामित एक आई.ए.एस., जो हिंदू धर्म का होगा। 

अयोध्या जिले के कलैक्टर पदेन ट्रस्टी होंगे। 

बोर्ड ऑफ ट्रस्टी द्वारा नामित 2 ट्रस्टी व चेयरमैन, जो हिंदू धर्म का हो। 

Niyati Bhandari

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