काले धागे का कमाल, भारत के प्रधानमंत्री भी कलाई पर बांधते हैं

Saturday, Apr 20, 2019 - 11:00 AM (IST)

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हिंदू धर्म में गले, कमर, कलाई आदि अंगों पर धागे बांधने की परंपरा कहें या मान्यता कब से शुरु है, ये कहना मुश्किल है। बहुत से रंगों के धागे ग्रह-नक्षत्रों को कंट्रोल में करने के लिए या विभिन्न इच्छाओं को पूरा करने के लिए बांधे जाते हैं। ये किसी भी व्यक्ति के जीवन पर गहरा प्रभाव डालते हैं। धागा बांधने वाले के जीवन में गजब का परिवर्तन आता है। धागा बांधने से पहले रंगों का खास ध्यान रखने की अवश्यकता है। रंग जीवन में बहार भी ला सकते हैं और बर्बाद भी कर सकते हैं। स्वास्थ्य, चिंतन, आचार-विचार आदि पर रंग गजब का असर दिखाते हैं।

वैसे तो काले रंग को अशुभ माना जाता है लेकिन नज़र उतारने के लिए अकसर इसी रंग की वस्तुओं का उपयोग किया जाता है जैसे काला धागा, काला टिका आदि। यहां हम बात करते हैं काले धागे की जो भारत के प्रधानमंत्री भी अपनी कलाई पर बांधते हैं। शायद इस धागे के प्रभाव से ही वे इतनी महान शख्सियत बन पाएं हैं। लोक मान्यता है की काला धागा बांधने से बुरी शक्तियों और हर तरह के नकारात्मक प्रभाव से सुरक्षा होती है। एक किवदंती के अनुसार इसे आत्मबल बढ़ाने के लिए भी पहना जाता है। 

ज्योतिष विद्वान कहते हैं काला धागा भैरव से संबंधित है। जो व्यक्ति इसे पहनता है, भैरव बाबा उसे हमेशा बुरी नज़र से बचा कर रखते हैं। लाइफ में चल रही टेंशन परेशानी से लेकर फाइनेंशियल सिक्योरिटी तक काले धागे से प्राप्त होती है। किसी भी प्रकार की बुरी नज़र से बचाता है ये। काला धागा जीवन से संकटों को दूर करने और आर्थिक लाभ में भी कारक हो सकता है बस इसे घारण करने का तरीका सही होना चाहिए। 

शनिवार का दिन काला धागा पहनने के लिए सर्वोत्तम माना गया है। इसे सीधे हाथ की कलाई में बांधना चाहिए। इससे शरीर पर प्रभाव डालने वाली सभी तरह की नेगेटिव पावर उड़न छू हो जाती हैं। सभी बिगड़े काम छट से बनने लगते हैं। कामयाबी की राहें बनती हैं।

घर के दरवाजे पर काला धागा बांधने से बुरी शक्तियां प्रवेश नहीं कर पाती। तिजोरी पर बांधने से वो हमेशा भरी रहती है।

Niyati Bhandari

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