मीन राशि में 6 ग्रहों का जमावड़ा, इन राशियों पर मंडराएगा खतरा !

punjabkesari.in Thursday, Apr 03, 2025 - 08:37 AM (IST)

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Conjunction of 6 planets: आज बात करेंगे ग्रहों की। मीन राशि में ग्रहों का मेला लगने जा रहा है। शनि जैसे ही राशि बदलेंगे 6 ग्रह 30 मार्च को मीन राशि में आ गए हैं। यहां पर पहले से ही राहु, सूर्य, शुक्र,  बुध  का गोचर हो रहा है। यहां पर चार ग्रह ऑलरेडी गोचर कर रहे हैं राहु यहीं पर रहेंगे 31 मई तक। इसी बीच 29 मार्च को शनि राशि बदलकर यहां पर चले जाएंगे मीन राशि में।  इसी दिन सूर्य ग्रहण लगेगा और चंद्रमा भी यहीं पर हो जाएंगे यानी कि सूर्य और चंद्रमा आमने-सामने होंगे अब स्थिति यह होगी कि जो मीन राशि है इसके केंद्र में सात ग्रह आ जाएंगे सिर्फ मंगल बाहर बचेंगे। मंगल हालांकि 2 अप्रैल को आगे चलेंगे। मीन राशि का केंद्र है वहां पर ग्रहों का जमावड़ा बन जाएगा। मंगल हालांकि 2 अप्रैल को आगे चले जाएंगे, चार राशि में चले जाएंगे लेकिन जो मीन राशि का केंद्र है वहां पर ग्रहों का जमावड़ा बन जाएगा। यानी कि ग्रह बहुत ज्यादा हो जाएंगे। यहां पर नॉर्मली ऐसी स्थिति नहीं होती है बहुत कम देखने को मिलती है। जब ऐसी स्थिति होती है सारे ही ग्रह अलग-अलग नेचर के हैं। वीनस अपने आप में शुभ ग्रह है, बुध शुभ के साथ शुभ है लेकिन सूर्य, राहु और शनि यह तीनों ही इनकी नेचर ऐसी है। मीन राशि के जातकों के ऊपर या मीन राशि के केंद्र में जो राशियां आती हैं उनके ऊपर या उन राशियों के ऊपर जिनके लिए यह गोचर आठवें या बारहवें भाव से हो रहा है। छठे में तो पाप ग्रह का गोचर अच्छा होता है लेकिन आठवें 12वें से जो गोचर हो रहा है उसका क्या असर पड़ेगा इस आर्टिकल में उसकी चर्चा करेंगे। 30 मार्च को  मीन राशि में ग्रहण लग चुका है। सबसे पहली बात यहां से ग्रह हटने शुरू होंगे 13 अप्रैल को 13 अप्रैल को सूर्य यहां से सबसे पहले मूव करेंगे। यह आगे चले जाएंगे इसके बाद यहां पर चार ग्रह तब भी रहेंगे। 

मीन राशि: शनि, राहु, बुध और शुक्र भी मई में हटेंगे और राहु भी जाकर 31 मई को हटेंगे। मीन, राहु 18 मई को हट जाएंगे। टू राहु 31 मई को हटेंगे तो यानी कि जो कंजक्शन बनी है यह लगभग 2 महीने के समय के लिए है। सबसे पहले जिस राशि में यह हो रहा है उसी राशि के ऊपर राहु कि ऑलरेडी राशि के ऊपर से गोचर कर रहे हैं यानी कि चंद्रमा के ऊपर से गोचर कर रहे हैं। शनि यहां पर आकर बैठ जाएंगे, इसके साथ ही आकर बैठ जाएंगे। इसके साथ बैठेंगे बुध और शुक्र हालांकि इस राशि के लिए अच्छा रिजल्ट नहीं करते क्योंकि यह गुरु की राशि है। शुक्र यहां पर मारक हो जाते हैं यानी कि अष्टम के स्वामी भी हो जाते हैं। यदि हम मीन राशि की कुंडली बनाएंगे तो शुक्र की मूल त्रिकोण राशि यहां पर अष्टम में आ जाएगी। यानी कि अष्टमेश राशि के ऊपर बैठा हुआ है आपकी कुंडली में दोनों केंद्रों का स्वामी बुध वहआपकी राशि के ऊपर बैठा हुआ है। यह आपके लिए सप्तम के स्वामी बन जाते हैं और तीसरे भाव के स्वामी बन जाते हैं  ।  तीसरे भाव में बुध की मिथुन राशिआ जाती है। सप्तम में आपकी कन्या राशि आ जाती है तो यहां पर सप्तम भी मारक स्थान होता है और आपके लिए अष्टम भी मारक स्थान है। दोनों का स्वामी आपके लिए राशि में आकर बैठ गया है। बारहवें भाव का स्वामी शनि भी आपके राशि में 12वें भाव में मूल त्रिकोण राशि पड़ी हुई है। शनि की 11 राशि कुंभ राशि वह मूल त्रिकोण राशि है यानी कि 12वें का स्वामी भी राशि के ऊपर, अष्टम का स्वामी भी राशि के ऊपर, आपकी कुंडली का मारक स्थान जो सप्तम होता है उसका स्वामी भी राशि के ऊपर है तो आपको थोड़ी सी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। राहु जब आपकी राशि के ऊपर है, शनि के साथ आ गया है तो ये शुभ नहीं है। चंद्रमा के ऊपर से यह अच्छी नहीं है। आपके लिए यह ज्यादा सिर दर्द वाला कारण हो सकता है। मन के ऊपर प्रभाव है पाप ग्रहों का तो हो सकता है कि आपके थॉट प्रोसेस थोड़े से दो महीने के लिए लगातार नेगेटिव हो जाए। तो यह चीज थोड़ा सा ध्यान रखनी पड़ेगी मेडिटेशन करना आपके लिए बड़ा जरूरी है। यदि आप मेडिटेट करते हैं तो निश्चित तौर पर आपको इससे बहुत फर्क पड़ेगा। मीन राशि के जातकों को मेडिटेशन से थोड़ी सी मदद मिलेगी। थोड़ा सा अपने ऊपर काम करना पड़ेगा। 

मेष राशि: मेष राशि जिनके लिए बारहवां भाव में है, बारहवां भाव आपकी कुंडली का मोक्ष स्थान होता है। यहां से जेल, हॉस्पिटलाइजेशन, स्लीपिंग डिसऑर्डर्स देखा जाता है। 12वें से सारे छठे भाव को सीधी दृष्टि छठे पे आएगी। छठा रोग, ऋण, शत्रु का भाव है। किसी की भी लीगल फाइनेंशियल गारंटी मत लीजिए। मेष राशि के जितने भी जातक हैं ढैया शुरू हो रही है। शनि की पहली और ऐसे समय में शुरू हो रही है। जब राहु भी साथ में है, वीनस भी साथ में है, मरकरी भी साथ में है तो यह सीधे छठे भाव को देख रहे हैं। किसी की भी लीगल फाइनेंसियल गारंटी मत लीजिए। यह समय मेष राशि के जातकों के लिए अच्छा नहीं है। इस गोचर के लिहाज से क्योंकि यह गोचर बहुत खराब है। यह अच्छा गोचर नहीं है, 12वें में इतने सारे प्लैनेट्स का चले जाना अच्छा नहीं होता। 12वां खर्चे का भाव है हो सकता है कि कुछ अचानक से खर्चे आ जाएं। यह थोड़ा सा पॉजिटिव चीज यह है कि चीजें आगे जाकर थोड़ी सी ठीक हो जाएंगी क्योंकि गुरु का गोचर फिलहाल अभी भी आपके धन स्थान के ऊपर से है तो गुरु मैनेज कर देंगे। 

सिंह राशि: सिंह राशि के लिए गोचर हो रहा है सारा अष्टम में। सारे ही प्लनेट अष्टम में आ गए हैं। अब अष्टम में इतने सारे प्लनेट आ गए है। अष्टम आपका आयु स्थान होता है। अष्टम सडन लॉस का भाव होता है। जिस किसी को यूरिन से संबंधित समस्या है, इन दो महीनों में खास तौर पर ध्यान रखिए। यहां पर प्लनेट इतने सारे बैठ गए हैं। अष्टम से सीक्रेसी देखी जाती है। यहां से गुप्त विद्या का भी विचार होता है तो जितने भी लोग सोशल मीडिया पर हैं वो अपने पासवर्ड चेंज करते रहें। धन हानि होने की सम्भावना बन रही है। ड्राइविंग धीमी करिए। अष्टम का इस तरीके से एक्टिवेट होना अच्छा नहीं है। इतने सारे प्लनेट यहां पर किसी भी तरीके से अच्छा फल नहीं कर सकते। यह आपको जरूर ध्यान रखना है सिंह राशि के जातकों को क्योंकि सिंह राशि के जातकों के लिए लग्नेश ही डिस्टर्ब है। कामकाज को लेकर भी थोड़ा सा जरूर डिस्टरबेंस हो सकती है। आपको थोड़ा सा मानसिक तनाव वहां पर भी फेस करना पड़ सकता है तो यह सिंह राशि के जातक जिनको यह समस्या हो सकती है। 

उनमें से सबसे पहली राशि आती है तीन राशि। यह बुध की राशि है, बुध की राशि के लिए यह अच्छा इसलिए नहीं है क्योंकि राशि का स्वामी ही शनि, राहु, सूर्य के बीच में घुस गया। अब राशि का स्वामी ही मान लीजिए तीन पाप ग्रहों के बीच में फंस गया आके तो आपका राशि का स्वामी हो गया है। बुध की राशि के लिए यहां पर आपको जरूर ध्यान रखना पड़ेगा, अपनी सेहत का ध्यान रखिए। सबसे पहले तो आपके लिए ये गोचर दशम भाव में है। दशम भाव आपके कर्म का भाव होता है तो राशि के स्वामी का पीड़ित होने के कारण सेहत का ध्यान रखना जरूरी है। कार्यस्थल पर जरूर ध्यान रखिए कि कार्यस्थल पर आपके खिलाफ कोई न कोई कंट्रोवर्सी हो सकती है। इस अवधि में कोई बड़ी डील मत करिए क्योंकि कर्म भाव बहुत ज्यादा पाप प्रभाव में आ गया है। इतने पाप प्रभाव में कर्म भाव का होना अच्छा नहीं है। खासतौर पर जब आपकी राशि का स्वामी भी वहां पर इनवॉल्व हो गया है, यह बिजनेस का भी कारक ग्रह होता है तो आपके लिए यह चीज अच्छी नहीं है। इस चीज का आपको जरूर ध्यान रखना है और इसके अलावा जो अगली राशि कन्या राशि जो है वह भी पीड़ित हो गई है। 

कन्या राशि: कन्या राशि पीड़ित हो गई है क्योंकि मीन राशि में सारा गोचर है सीधी दृष्टि पड़ रही है कन्या राशि के ऊपर. जब कन्या राशि के ऊपर इसकी दृष्टि पड़ रही है सारे ग्रहों की तो निश्चित तौर पर आपकी राशि का स्वामी भी बुध है। जैसे मिथुन राशि के लिए स्वामी बुध है उसी तरह कन्या राशि के लिए भी स्वामी बुध है। वह भी आपके आपके लिए अच्छे प्रभाव में नहीं है तो जब पाप प्रभाव में है आपकी राशि का स्वामी सबसे पहले तो सेहत को लेकर थोड़ा सा ध्यान रखिए  । खान-पान को लेकर थोड़ा सा ध्यान रखिए। बदलते मौसम से संबंधित जो बीमारियां आती हैं, वहां पर आपको थोड़ा सा ध्यान रखना पड़ेगा। इसके अलावा थोड़ा सा आप अपने काम को लेकर अपने पार्टनर को लेकर जरूर ध्यान रखिए। सप्तम में इतने सारे ग्रहों का देखना यानी कि सीधी दृष्टि से सप्तम को देखेंगे तो सप्तम आपके लिए अच्छा नहीं है। सप्तम भाव में इतने सारे ग्रहों का गोचर हो रहा है तो आपकी राशि को देख रहे हैं। सप्तम के ऊपर इतना इतना पाप प्रभाव अच्छा नहीं है। यह सप्तम आपके पार्टनर, बिज़नेस पार्टनर का भाव है। यहां पर आपको जरूर ध्यान रखना पड़ेगा कन्या राशि के जातकों को पार्टनर को लेकर अपनी हेल्थ को लेकर और काम को लेकर। 

धनु राशि: धनु राशि के जातकों के लिए यह गोचर हो रहा है चौथे भाव में। यदि आप इस अवधि में कोई प्रॉपर्टी की डील करना चाहते हैं तो ध्यान रखिए प्रॉपर्टी से संबंधित कोई भी डील कोशिश करिए। प्रॉपर्टी के संबंध में सारी चीजें ठीक है। डॉक्यूमेंट्स ठीक है, जितनी भी अप्रूवल्स होती हैं सरकार से संबंधित वह सारी ठीक है लेकिन बाद में कुछ चीजें गड़बड़ निकल जाती हैं। यदि आप प्रॉपर्टी खरीद रहे हैं, इस अवधि में भले ही आप गाड़ी खरीद रहे हैं। यदि आप कमर्शियल प्रॉपर्टी खरीद रहे हैं, वहां पर ध्यान जरूर रखिए। चौथा भाव डिस्टर्ब है यह सुख स्थान होता है। इतने सारे ग्रहों का चौथे भाव से गोचर करना आपकी मदर की हेल्थ को भी दिक्कत दे सकता है। यह सारे ग्रह दशम को देखेंगे सीधी दृष्टि से, कारोबार से संबंधित चीजें दिक्कतें भी आ सकती हैं। मदर की हेल्थ को लेकर थोड़ा सा ध्यान रखिए, जिनको हार्ट से संबंधित समस्या है उनको भी ज्यादा प्रॉब्लम हो सकती है। 

नरेश कुमार
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Content Editor

Prachi Sharma

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