Chocolate Day 2020: रिश्ते की शुरुआत पर कुछ मीठा हो जाए...

Sunday, Feb 09, 2020 - 08:15 AM (IST)

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‘चाकलेट डे आया है, तेरी याद लाया है,आ जाओ आज दिल ने तुझे फिर बुलाया है, ऐ जाने तमन्ना तुझे मनाने के लिए मैंने चाकलेट का पूरा डिब्बा मंगवाया है’ ‘प्यार’ के इजहार का मौसम हो और मुंह मीठा न किया जाए, ऐसा तो हो ही नहीं सकता।  वैलेंटाइन वीक के तीसरे दिन को प्यार का रजामंदी मिलने के बाद मुंह मीठा करने का खास दिन ‘चाकलेट डे’ के रूप में मनाया जाता है। वैलेंटाइन डे पर सिर्फ प्रेमी-प्रेमिका के प्यार को परवान चढ़ाने के दिन के रूप में ही नहीं मनाया जाता बल्कि अब यह दिन हर रिश्ते नाते को और मधुर सहेज कर रखने के लिए मनाया जाता है।

चाकलेट की मीठास से भी गहरा है इसका अतीत: चाकलेट के अतीत की बात करें तो माना जाता है कि इसका इतिहास लगभग 4000 वर्ष पुराना है। पहले इसका अविष्कार अमेरिका में हुआ था लेकिन अब अफ्रीका में कोको सबसे अधिक पाया जाता है। स्पेन ने 1528 में मैक्सिको पर जब कब्जा किया तो वहां के राजा मैक्सिको से कोको के बीज और सामग्री लेकर स्पेन गए। जिसे वहां एक पेय पदार्थ के रूप में प्रयोग किया जाता था। पेय पदार्थ के रूप में पसंद किए जाने के बाद इसे सालिड फार्म में बनाया गया और इसका नाम कैडबरी मिल्क चाकलेट रखा गया। वैसे 7 जुलाई को विश्व चाकलेट दिवस के रूप में मनाया जाता है।

बिगड़े मूड को करें दरूस्त: एक रिसर्च के अनुसार महिलाएं अपने बिगड़े मूड को दरूस्त करने के लिए चाकलेट का अधिक प्रयोग करती हैं। डार्क चाकलेट तनाव कम करने के साथ दिल के लिए भी फायदेमंद है। इसके प्रयोग से त्वचा हसीन और जवां रहती है।  

कैसे बनाए इस दिन को यादगार ?
चाकलेट दो दिलों को जोडक़र रिश्तों को मजबूत बनाने के लिए प्रयोग किया जाता है। अपने किसी खास को चाकलेट गिफ्ट करके अपनी खुशियों को और बढ़ा सकते हैं। आजकल तो होममेड चाकलेट भी एक व्यवसाय के रूप में उभर रहा है। कस्टमाइज चाकलेट बुके, चाकलेट केक, राक चाकलेट आन आर्डर तैयार करवाए जाते हैं। लोग अपने टेस्ट के हिसाब से भी उन्हें स्पैशल आर्डर देकर तैयार करवा रहे हैं।

हरेक आयु वर्ग के लिए हैं चाकलेटस- चाकलेट एंटी ओक्सिडेंट का पावरहाउस है जिससे चेहरे पर झुरियां देरी से आती है। एक और जहां प्यार का इजहार करने पर इसे मुंह मीठा करवाने के लिए प्रयोग किया जाता है, वहीं इसे खाने से थकान, तनाव भी कम होता है। इसमें मौजूद रसायन रक्त संचार को सुधारते हैं। गहरे रंग की चाकलेट 50 प्रतिशत तक हार्ट अटैक से बचाती है। इसके प्रयोग से कैंसर, खांसी इत्यादि रोगों में भी आराम मिलता है। इसमें मौजूद एंटी-आक्सीडेंट नाइट्रिक एसिड का निर्माण करके ब्लड प्रैशर को कम करने का साथ ही साथ शरीर के हार्मोन को भी संतुलित रखता है। - डा.अमन सूद, मनोचिकित्सक, सीविल अस्पताल जालंधर

शीतल जोशी
joshisheetal25@gmail.com

Niyati Bhandari

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