Children''s Day: आज है भारत के पहले प्रधानमंत्री का जन्मदिन, डालें एक नज़र

Thursday, Nov 14, 2019 - 06:36 AM (IST)

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एक आदर्शवादी और महान स्वतंत्रता सेनानी के रूप में पं. जवाहर लाल नेहरू ने गुलाम भारत को आजादी दिलाने में गांधी जी का साथ दिया और आजाद भारत के पहले प्रधानमंत्री बने। एक कुशल राजनेता और बच्चों के प्यारे चाचा नेहरू ने 14 नवम्बर को इलाहाबाद में कश्मीरी ब्राह्मण परिवार में जन्म लिया था। उनके पिता मोती लाल नेहरू जी बैरिस्टर और समाजसेवी भी थे। नेहरू जी का व्यक्तित्व इतना प्रभावशाली था कि सामने वाला झट से उनसे प्रभावित हो जाता था।

सन् 1919 में राजनीति में आने के बाद इनका परिचय महात्मा गांधी जी से हुआ। वह गांधी जी के रोलेट एक्ट के खिलाफ चलाए जा रहे आंदोलन से बहुत प्रभावित हुए और उन्होंने गांधी जी को अपना आदर्श मान लिया। उन्होंने विदेशी कपड़ों को त्याग कर खादी को अपना लिया और 1920-1922 में असहयोग आंदोलन में गांधी जी को पूरा समर्थन दिया व गिरफ्तार भी हुए। 1926 से 1928 तक नेहरू जी अखिल भारतीय कांग्रेस समिति के महासचिव भी रहे। दिसम्बर 1929 में लाहौर में कांग्रेस का वार्षिक अधिवेशन हुआ जिसमें नेहरू कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष चुने गए। इसी दौरान एक प्रस्ताव भी पारित किया गया जिसमें ‘पूर्ण स्वराज’ की मांग की गई। 26 जनवरी 1930 में जवाहर लाल जी ने लाहौर में स्वतंत्र भारत का झंडा भी फहराया था। अब तक नेहरू जी एक सफल राजनीतिज्ञ बन चुके थे। 1942 में उन्हें ‘भारत छोड़ो आंदोलन’ के दौरान गिरफ्तार भी किया गया और 1945 में रिहा कर दिया गया। आजादी में अपना सम्पूर्ण समर्पण देने और आधुनिक विचार रखने के कारण वह जल्द ही भारतवासियों के प्रिय बन गए।  

देश के पहले प्रधानमंत्री बनने के बाद वह निरंतर भारत की उन्नति के लिए प्रयासरत रहे। उन्होंने आधुनिक सोच पर भारत की मजबूत नींव का निर्माण किया और एक शांतिपूर्ण व प्रगतिशील राष्ट्र की स्थापना की।  जातिवाद मिटाने और गरीबों की सहायता के लिए लोगों को जागरूक करने के साथ सम्पत्ति के मामले में विधवाओं को बराबर का हक दिलवाने के लिए वह सदैव आगे रहे। 1955 में नेहरू जी को सर्वोच्च सम्मान ‘भारत-रत्न’ से सम्मानित किया गया।

भारत के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका: नेहरू जी ने नवभारत-निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हुए योजना आयोग का गठन किया, लगातार तीन पंचवर्षीय योजनाओं को आरंभ किया, जिस कारण देश में कृषि-उद्योग का एक नया युग शुरू हुआ। 

पं. जवाहर लाल नेहरू जिन्हें आजाद भारत के पहले प्रधानमंत्री का गौरव होने के साथ-साथ एक धर्मनिरपेक्ष और लोकतांत्रिक गणतंत्र के वास्तुकार भी माना जाता है, उनके बारे में सर्वपल्ली राधाकृष्णन जी ने कहा था कि नेहरू जी हमारी पीढ़ी के महानतम व्यक्ति थे। एक अद्वितीय राजनीतिज्ञ के रूप में उनकी मानव-मुक्ति के प्रति सेवाएं चिरस्मरणीय रहेंगी। 

Niyati Bhandari

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