महाभारत काल की गवाह है यह खाई, आज भी मिलती हैं तब की निशानियां

Thursday, Feb 04, 2021 - 08:30 AM (IST)

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Chikhaldara maharashtra: महाराष्ट्र के विदर्भ में बसा है चिखलदरा हिल स्टेशन। यह मेलघाट टाइगर रिजर्व के पास स्थित है और साथ ही यह वृहद सतपुड़ा पर्वत श्रेणी का ही एक हिस्सा है। मान्यता है कि महाभारत के समय पांडवों ने अज्ञातवास के दौरान यहां कुछ समय बिताया था और इसी अज्ञातवास के दौरान महाभारत के कीचक नाम के पात्र ने द्रौपदी से दुर्व्यवहार की कोशिश की थी। जिस पर भीम को क्रोध आ गया था और उन्होंने कीचक को मार कर इसी खाई में फैंक दिया था। यहां आने वाले पर्यटकों को महाभारत से जुड़ी कई रोचक जानकारियां भी मिलती हैं।


Chikhaldara hill station: चिखलदरा हिल स्टेशन नैसर्गिक सौंदर्य के साथ-साथ पौराणिक स्थलों के लिए मशहूर है। चिखलदरा को पौराणिक काल में विराट नगर भी कहा जाता था। अज्ञातवास के दौरान यहां के राजा विराट की रानी सुदेष्णा ने द्रौपदी और पांडवों को अपने यहां महल में काम पर रखा था। कीचक रानी सुदेष्णा का ही भाई था, जिसने द्रौपदी के साथ अनैतिक व्यवहार का प्रयास किया था। कीचक के वध के बाद से ही इस स्थान का नाम चिखलदरा पड़ा। आज भी यह खाई महाभारत काल की गवाह है, पर्यटकों को तब की निशानियां अब भी यहां मिलती हैं।


What is the beauty of Chikhaldara: चिखलदरा प्राकृतिक मनोरम दृश्यों के साथ ही सुंदर झीलों, प्राचीन दुर्गों और वन्य जीवों के लिए मशहूर है। पर्यटक वर्षा ऋतु में यहां गहरी और खाड़ी घाटी में कई जलप्रपातों को आकार लेते देख सकते हैं। इस सीजन में चिखलदरा प्रकृति प्रेमियों के लिए किसी स्वर्ग से कम नहीं होता।


Whats so great about Chikhaldara: रॉबिंसन ने की खोज
इस हिल स्टेशन को हैदराबाद रैजीमैंट के कप्तान रॉबिंसन ने वर्ष 1823 में खोजा था। अंग्रेजों ने इस स्थान को ‘कॉफी प्लांटेशन’ और स्वास्थ्य लाभ लेने के लिए विकसित किया था। चिखलदरा अपने मनोरम दृश्य, वन्य जीव अभयारण्य और ऐतिहासिक दुर्गों की वजह से प्रसिद्ध है।


Bhimkund : आस्था और आकर्षण का केंद्र भीमकुंड
यहां भीमकुंड है जिसका नाम महाभारत के पात्र भीम के नाम पर ही पड़ा है। यह लगभग 3,500 फुट गहरा है। यहां आप एक भव्य जलप्रपात देख सकते हैं।


Bhimkund Kichakdara: मान्यताओं के अनुसार कीचक का वध करने के बाद भीम ने इसी जलप्रपात में स्नान किया था। वर्षा ऋतु में यह स्थान कई जलप्रपातों और जलधाराओं से मनोहारी प्रतीत होता है।


Chikhaldara Tourism 2021: देखने लायक अन्य स्थान
पंचबोल प्वाइंट :
पंचबोल प्वाइंट अपनी सुंदरता के लिए मशहूर है। यहां काफी के बागान हैं। साथ ही गहरी घाटी में लगी पांच पहाड़ियों की शृंखला और उनसे गिरते कई झरने भी नजर आते हैं।


देवी प्वाइंट : यहां भी वर्षा ऋतु में कई जल प्रपात और अन्य सुंदर जलधाराएं नजर आती हैं। इसके पास ही स्थानीय देवी माता का मंदिर है। इस मंदिर में एक जलधारा साल भर बहती रहती है।

गविलगढ़ दुर्ग : अमरावती जिले में स्थित इस दुर्ग को 300 साल पहले गवली के राजा ने बनवाया था। पर्यटक यहां की गई नक्काशी और लोहे, कांसे व ताम्बे से निर्मित तोपों को देख सकते हैं।

कहां ठहरें: यहां महाराष्ट्र पर्यटन विभाग द्वारा संचालित एक होटल है। इसके अलावा कई निजी होटल भी उचित किराए पर उपलब्ध हैं।

कैसे पहुंचें: निकटतम हवाई अड्डा 240 किलोमीटर दूर नागपुर है। निकटतम रेलवे स्टेशन 100 किलोमीटर दूर अमरावती है।

क्या खाएं :
यहां आप विशिष्ट महाराष्ट्रीयन व्यंजनों का आनंद एक साथ ले सकते हैं। यद्यपि अन्य प्रकार के व्यंजन भी यहां के होटलों में उपलब्ध हैं।
 
 
 
 

Niyati Bhandari

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