छठ पूजा 2022: जाने-अनजाने में भी ये काम, भंग हो जाएगा व्रत

Sunday, Oct 30, 2022 - 09:55 AM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
28 अक्टूबर से इस वर्ष का छठ पर्व का आरंभ हुआ, जिसका समापन 31 अक्टूबर को होगा। बता दें चार दिन चलने वाले इस पर्व की मुख्य तिथि इसके तीसरे दिन होती है। छठ पूजा में 36 घंटे निर्जला व्रत रख महिलाएं सूर्यदेव और छठी मैया की पूजा करती है लेकिन यदि आप छठ पूजा का व्रत पहली बार रख रही हैं, तो इस व्रत से जुड़ी कुछ खास बातों को जान लेना भी बहुत जरूरी है। क्योंकि ये व्रत बाकी व्रतों की तुलना बहुत अधिक कठिन माना गया है। यदि आपने इस दिन भूलवश ऐसे काम कर दिए। जिसको शास्त्रों के अनुसार भूलकर भी नहीं करना चाहिए। तो इससे न सिर्फ आपका दांपत्य जीवन कष्टों से भर जाएगा। बल्कि आपका व्रत भी अधूरा रह जाएगा। तो आइए जानते हैं छठ पूजा के इन पावन चार दिनों के दौरान व्रती को क्या नहीं करना चाहिए। 

छठ पूजा के इस चार दिवसीय पर्व के दौरान प्याज और लहसुन का सेवन नहीं करना चाहिए। बता दें कि न सिर्फ व्रती को बल्कि पूरे परिवार को इन चार दिनों में प्याज लहसुन का प्रयोग नहीं करना चाहिए। 

बता दें कि मान्यताओं के अनुसार, जो लोग व्रत रखते हैं उन्हें पूरे चार दिन पलंग या चारपाई पर भूलकर भी नहीं सोना चाहिए। इस दौरान व्रती को जमीन पर कपड़ा बिछाकर ही सोना चाहिए। 

पूजा का कोई भी सामान छोटे बच्चों को छूने न दें, अगर वो ऐसा कर देते हैं तो उस सामान को दोबारा इस्तेमाल न करें। यहीं नहीं अगर बच्चे प्रसाद खाने की जिद्द करें तो बच्चों को तब तक प्रसाद न दें, जब तक पूजा संपन्न न हो जाएं।

छठ पूजा के दौरान व्रती या परिवार के सदस्यों के साथ गलत भाषा का प्रयोग नहीं करना चाहिए और किसी के साथ लड़ाई-झगड़ा भी नहीं करना चाहिए क्योंकि इससे मन में नकारात्मकता भर जाती है। जिससे व्रती महिला को व्रत का पूर्ण फल प्राप्त नहीं होता है।

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छठ पूजा में साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें, पूजा की किसी भी चीज को छूने से पहले हाथ जरूर धो लें।

जैसा कि इस व्रत में सूर्यदेव को अर्घ्य देना बहुत जरूरी होता है। इसलिए इस दौरान चांदी, स्टील या प्लास्टिक बर्तन इस्तेमाल न करें।

इस पावन पर्व पर एक बात का ध्यान रखना अति आवश्यक होता है कि व्रती को साफ-सुथरे और शुद्ध कपड़े ही पहनने चाहिए। गंदे कपड़े पहनना अशुभ माना जाता है।

छठ का भोग बनाते समय और उससे पहले व्रती को कुछ नहीं खाना चाहिए। और प्रसाद बनाने के लिए ऐसी जगह चुनें, जहां पहले खाना न बनता हो।

आपने छठ मैय्या का व्रत रखा है तो सूर्य को अर्घ्य देने से पहले कुछ न खाएं। छठ पूजा के दिनों में फल न खाएं पूजा खत्म करके ही फलों का सेवन करें।
 

Jyoti

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