चारधाम यात्रा अपडेट: यात्रा के विरोध में है तीर्थ पुरोहित, अन्य राज्य के लोगों को नहीं देना चाहते या

Saturday, Jun 06, 2020 - 03:12 PM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
जैसे कि सब जानते हैं अनलॉक के साथ ही सरकार ने सभी तरह के धार्मिक स्थल आदि खोलने की अनुमति दे दी है। हालांकि इसके साथ ही सरकार ने काफी हिदायतों को मद्देनज़र रखने के लिए कहा है। इन हिदायतों का पालन करते हुए लगभग मंदिरों को खोलने की तैयारियां शुरू भी हो चुकी हैं। जिससे जुड़ी तमान जानकारी को हम आप तक पहुंचाने के पूरे प्रयास भी कर रहे हैं। इसी बीच अब बारी उत्तराखंड से जुड़ी जानकारी सांझा करने की। बताया जा रहा है उत्तराखंड सरकार 8 जून से सीमित संख्या में चार धाम यात्रा को आरंभ करने के लिए तैयार है, किंतु सरकार के इस फैसने से नाखुश व इसके खिलाफ़ पंडा समाज और तीर्थ पुरोहित विरोध में उतर आए हैं।

धार्मिक संगठनों से जुड़े अधिकारियों का मानना है कि अगर हिंदू धर्म के सबसे प्रमुख चार धाम को खोल दिया गया तो कोरोना संक्रमण के फैलने की संभावना अधिक बढ़ जाएगी। इसलिए तीर्थ पुराहितों की तरफ़ से ये सुझाव दिया जा रहा है कि जब तक कोरोना संक्रमण का खतरा कम नहीं होता तब तक ऐसी यात्रा की शुरूआत न की जाए।

बता दें अभी तक इस बारे मे जुड़ी जितनी जानकारी प्राप्त हुई है उसके अनुसार धार्मिक यात्रा में बेहद कम लोग मौजूद रहेंगे। कहा ये भी जा रहा है कि फिलहाल के लिए यात्रा की अनुमति केवल राज्य के लोगों दी जाएगी। हालांकि बताया जा रहा है दूसरे चारधाम यात्रा को अन्य राज्यों के पर्यटकों और तीर्थयात्रियों के लिए राज्यों से बसों के संचालन की अनुमति मिलने के बाद ही खोला जाएगा। आगे बताते चलें कोरोना संकट के चलते उत्तराखंड के गंगोत्री, यमुनोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ के कपाट तो खोल दिए गए हैं फिलहाल यात्रियों के लिए चारोधाम के रास्ते फिलहाल बंद हैं।

उत्तराखंड में हो चुकी है कोरोना से 7 मौतें-  
बता दें उत्तराखंड में भी कोरोना वायरस का संक्रमण अभी तक जारी है। यहां कोरोना से 1,153 लोग ग्रसित हो चुके हैं, तो अभी तक 250 से ज्यादा लोगों ने कोरोना को मात दी है। इसके अलावा अभी तक 10 लोगों की कोरोना से मौत भी हो चुकी है। यही कारण है कि कहा जा रहा है कि अगर इन हालातों में दूसरे राज्यों से भी श्रद्धालुओं को आने दिया जाएगा तो संक्रमितों की संख्या बढ़ सकती है।

Jyoti

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