बना रहे हैं चार धाम की यात्रा करने का प्लॉन तो आपके लिए है बड़ी खुशखबरी

Thursday, Oct 01, 2020 - 01:19 PM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
जब से देश पर कोरोना की मार पड़ी है, तब से देश का कोना-कोना इससे प्रभावित हुआ है। यहां तक कोरोना के इस कहर ने भगवान के मंदिरों को भी नहीं छोड़ा। मगर अब धीरे-धीरे अनलॉक के साथ ही अब नियमों में काफी बदलाव आ रहे हैं। जहां कई महीनों से बंद मंदिर खोले जा रहे हैं, तो वहीं पहले से खुल चुके मंदिरों में आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या पर विचार किया जा रहा है। इसी बीच हम आपको बताने वाले हैं एक ऐसी खबर जिसे सुनकर आप खुशी से फूले नहीं समाएंगे। जी हां, खबर है चार धाम से जुड़ी हुई। अगर आप इसके दर्शनों के पिछले कई महीनों से बेताब है तो बता दें अब आपकी बेताबी का के खत्म होने का समय आ गया है। खबरों की मानें इससे संबंधिक कुछ नए नियम सामने आ रहे हैं जिसके अनुसार उत्तराखंड में अन्य प्रदेशों से आने वाले पर्यटकों के लिए कोरोना नैगेटिव जांच रिपोर्ट लेकर आने की अनिवार्यता खत्म हो गई है। जिसका अर्थात ये है कि अब उत्तराखंड की चारधाम यात्रा के लिए दर्शनार्थी कोरोना निगेटिव रिपोर्ट के बिना भी आ सकते हैं।

मगर आपको बता दें बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री धाम में दर्शन के लिए अभी भक्तों को ई-पास जारी करवाना होगा। इसके लिए देवस्थानम् बोर्ड की वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन करना होगा। रजिस्ट्रेशन कराने का बाद आपको ई-पास मिलेगा। जिसके बाद आप चारधाम के दर्शन बिना किसी परेशानी के कर सकते हैं। 

आपको बता दें कि लॉकडाउन के बाद 1 जुलाई से उत्तराखंड के चारधाम की यात्रा शुरू हुई थी। तब से अभी तक करीब 65 हजार लोगों ने इन मंदिरों में दर्शन के लिए बोर्ड की वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन कराया है। इनमें से करीब 35 हजारों ने चारधाम के दर्शन किए हैं। चारधाम आनेवाले तीर्थ यात्रियों की संख्या पहले से ही तय की हुई है। एक दिन में बद्रीनाथ में 1200, केदारनाथ में 800, गंगोत्री में 600 और यमुनोत्री में 450 यात्री दर्शन कर सकते हैं।

चलिए अब आपको चारधाम यात्रा से जुड़े नियम बताते हैं। राज्य में यात्रा करने वाले सभी पर्यटकों को कोरोना महामारी से जुड़े नियमों का पालन करना होगा। चारधाम मंदिरों में प्रवेश से पहले थर्मल स्क्रीनिंग होगी, सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान होगा। मास्क और सेनिटाइजेशन अनिवार्य है। अगर मंदिरों में जांच के समय किसी भक्त में कोरोना के लक्षण नजर आते हैं तो जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग द्वारा उस व्यक्ति का और उसके साथ आने वाले लोगों का कोरोना टेस्ट कराया जाएगा। इसके अलावा बढ़ती संख्या को देखते हुए मंदिरों के आसपास की दुकानें, होटल्स और धर्मशालाएं भी खुलने लगी हैं। राज्य के सरकारी गेस्ट हाउस भी बाहरी यात्रियों के लिए खुले हैं। इस वजह से यहां आने वाले लोग आसानी से चारधाम की यात्रा कर सकते हैं।

Jyoti

Advertising