Chandrayaan: ‘चंद्रयान’ का ‘गलत’ मुहूर्त, 14 जुलाई में नक्षत्र तिथि एवं ‘उलटी ग्रह’ चाल सभी करेंगे सफलता में छेद

Friday, Jul 14, 2023 - 08:36 AM (IST)

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कंडाघाट (स.ह.): 14 जुलाई 2023 को दोपहर 2.35 बजे से आगे तक का समय चंद्रयान पर भारी पड़ सकता है। ज्योतिषी एवं धर्मगुरु पं. राजीव शर्मा ‘शूर’ ने इस ‘मुहूर्त’ को हर दृष्टि से गलत बताया है। पं. शूर के अनुसार नक्षत्र, तिथि एवं उलटी ग्रह चाल चंद्रयान के लिए प्रतिकूल है जोकि उसकी सफलता में छेद कर सकते हैं। पूर्व में भी राजीव ‘शूर’ ने ‘नासा’ एवं ‘इसरो’ द्वारा गलत मुहूर्त में यात्रा असफल होने की भविष्यवाणी की थी जिसमें ‘कल्पना चावला’ की वापसी नहीं होने की भविष्यवाणी सबसे चर्चित रही थी।

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‘इसरो’ द्वारा 16 जनवरी 2003 को ‘नासा’ का कोल बिया शटल रवानगी का गलत ‘मुहूर्त’ सबको निगल गया। पं. शूर ने पूर्व में भी इसरो द्वारा रवाना किए चंद्रयान के ‘गलत’ मुहूर्त को लेकर भविष्यवाणी की थी कि यह लाभ नहीं देगा जिस कारण इसकी पहली उड़ान स्थगित हुई थी। पं. शूर ने कहा कि ‘इसरो’ व सरकार को ज्योतिष विज्ञान के साथ खगोल विज्ञान को सहयोगी बनाना चाहिए।

पं. राजीव शर्मा ‘शूर’ ने बताया कि 14 जुलाई 2023 को 2.35 या 2.36 बजे दोपहर को तुला लगन है जिसमें अष्टम भाव में चंद्रमा घातक है। इसके अलावा द्वादशी तिथि ‘यात्रा’ में निषेध मानी गई है। ग्रह चाल में ‘समसप्तक’ योग, ‘गुरु चांडाल’ योग एवं ‘शनि’ वक्री के कारण कालसर्प योग बना हुआ है। यात्रा के कारक ‘शुक्र’ ग्रह की मंगल संग युति है और शनि उन पर क्रूर दृष्टि डाल कर भीषण ‘समसप्तक’ योग बना रहा है, जो धरती पर जल प्रलय से हानि कर रहा है। यह खतरनाक योग 2024 तक रहेगा। सरकार व इसरो को पं. शूर सहयोग देने को तैयार हैं।

Niyati Bhandari

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