lunar eclipse: गुरु पूर्णिमा पर लगेगा चंद्र ग्रहण, शुभ कार्यों पर नहीं लगेगा Ban

Friday, Jul 03, 2020 - 07:05 AM (IST)

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lunar eclipse: 21 जून के सूर्य ग्रहण को साथ जोड़ लें तो इस साल का यह चौथा ग्रहण है। कुल 6 ग्रहण के हम इस साल साक्षी बनने जा रहे हैं। जिनमें तीन ग्रहण लग चुके हैं और चौथा अब 5 जुलाई को लग रहा है। पहला चंद्र ग्रहण 10 जनवरी को लगा था । दूसरा चंद्र ग्रहण 5 जून को लगा और अब तीसरा चंद्रग्रहण 5 जुलाई को सुबह 8 बजकर 38 मिनट से प्रारंभ होकर 11 बजकर 21 मिनट तक लगने जा रहा है यानी करीब 3 घंटे का यह ग्रहण होगा। 

यह चंद्र ग्रहण इसलिए भी खास है क्योंकि यह गुरु पूर्णिमा के दिन लगने जा रहा है और गुरु पूर्णिमा का हमारी संस्कृति और हमारे शास्त्रों में बहुत महत्व है। यह चंद्र ग्रहण धनु राशि में लगने जा रहा है और उस दिन सूर्य मिथुन राशि में होंगे। जिस समय यह ग्रहण लगेगा उस समय भारत में सूर्योदय हो चुका होगा और सूर्य की इस रोशनी में भारत में यह ग्रहण नहीं देखा जा सकेगा। यह ग्रहण अमेरिका यूरोप और अफ्रीका में खास तौर पर दिखाई देगा।

यह एक उपछाया चंद्रग्रहण होगा। जिससे मांदय ग्रहण भी कह सकते हैं। इस ग्रहण की खास बात यह भी है कि इसमें सूतक नहीं लगेगा यानी शुभ कार्य वर्जित नहीं होंगे। पूरे संयम बरत कर सभी प्रकार के धार्मिक और शुभ कार्य पूरे नियमानुसार किए जा सकेंगे। यह ग्रहण बहुत शक्तिशाली नहीं है इसलिए इस के नकारात्मक प्रभाव को लेकर ज्यादा चिंता करने की जरूरत नहीं है लेकिन धनु राशि वालों को खास तौर पर सचेत रहना होगा क्योंकि यह ग्रहण धनु राशि में लग रहा है। जब भी कोई ग्रहण लगता है या कोई ग्रह अपनी चाल बदलता है तो कमोबेश सभी राशियां उससे प्रभावित होती हैं। निश्चित रूप से इस ग्रहण का असर सभी राशियों पर तो पड़ेगा ही। 

बाकी राशियों पर इस ग्रहण के पड़ने वाले असर को बताने से पहले मैं यह बताना चाहूंगा कि ज्योतिष शास्त्र के अनुसार चंद्रमा हमारे मन मस्तिष्क और आय भाव को विशेष रूप से प्रभावित करता है । संबंधित व्यक्ति की जन्म कुंडली में चंद्रमा जिस भाव का मालिक होगा, उस भाव पर सर्वाधिक प्रभाव डालेगा। व्यक्ति की राशि, लग्न, सातवें भाव के साथ-साथ यह हमारे तीसरे पांचवें और 11वें भाव को भी प्रभावित करेगा। 

मेदनी ज्योतिष के अनुसार किसी भी ग्रहण का 3 से 6 महीने तक असर रहता है। इस बार 30 दिन की अवधि में क्योंकि यह तीसरा ग्रहण लगने जा रहा है इसलिए इस चंद्र ग्रहण के प्रभाव से प्राकृतिक आपदा के योग भी बनते हैं। अत्यधिक बारिश व बाढ़ से काफी नुकसान उठाना पड़ सकता है। लोगों की मन: स्थिति पर भी असर पड़ेगा। डिप्रेशन व मानसिक तनाव का शिकार होने वाले लोगों की संख्या बढ़ सकती है। कुछ देशों के बीच आपसी तनाव बढ़ सकता है।

गुरमीत बेदी
gurmitbedi@gmail.com 

Niyati Bhandari

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