Chanakya Niti: "ज्ञान बिना हर जीव दुखारी"

Thursday, Jul 28, 2022 - 09:54 AM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
सफलता हर कोई पाना चाहता है परंतु कैसे, कब, किस तरह उसे पाया जा सकता है इस बात से बहुत कम लोग ही वाकिफ हैं। सब चाहते हैं कि उन्हें बिना परिश्रम यानि बैठे-बैठे सफलता मिल जाए तो वहीं कुछ लोग ऐसे भी हैं जो सफलता हासिल करने का रास्ता जानते तक नहीं। आचार्य चाणक्य एक ऐसे विद्वान हैं जिन्होनें अपनी नीतियों के जरिए जनमानस को कईं बार प्रेरित किया है। आपकी जानकारी के लिए बता दें चाणक्य को महान नीतिकारों में गिना जाता है। इनकी नीतियों के माध्यम से व्यक्ति के लिए अपनी जीवन में से इस तरह की कई बाधाओं को पार कर पाना बेहद आसान हो जाता है। अपनी नीति सूत्र में इन्होंने मनुष्य जीवन से जुड़े हर पहलू के बारे में वर्णन किया है। तो आइए बिना देर किए आपको बताते हैं इनके द्वारा बताई ऐसी बातों के बारे में जिन्हें जानकर आप भी अपना जीवन सफल बना सकते हैं-

मूर्ख व्यक्ति से न करें ज्ञानपूर्वक बातें- 
जो व्यक्ति बात नहीं समझता या सुनना नहीं चाहता, उससे ज्ञान की बाते करना व्यर्थ है। इस तरह के लोगों के साथ उलझने से समय की बर्बादी होती है तथा वाद-विवाद की स्थिति भी बन जाती है। ऐसे लोगों से दूर रहने में ही भलाई है।

 सदैव करें ईश्वर की भक्ति- 
ईश्वर भक्ति का हमारे जीवन में एक अलग ही महत्व है। शास्त्रों में ऐसा कहा गया है कि ईश्वर पर भरोसा रखने वाला व्यक्ति कभी असफलता को प्राप्त नहीं करता बल्कि हर कार्य में निपुणता से सफल होता है। अतः सफलता की इच्छा रखने वाले व्यक्ति को हमेशा भगवान पर भरोसा बनाए रखना चाहिए साथ ही साथ कर्म करते रहना चाहिए। 
 

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समझें ज्ञान का महत्व- 
चाणक्य के अनुसार सफल होना चाहते हैं तो ज्ञानी बनना आवश्यक है। जीवन में अगर ज्ञान नहीं तो कुछ भी हासिल नहीं कर पाओगे। ज्ञानी मनुष्य को न केवल घर में बल्कि समाज में भी बहुत सम्मान मिलता है और ऐसे व्यक्ति बेहद जल्द तरक्की की राह पर चलकर सफलता को प्राप्त करते हैं।

दान करना है धर्म का काम- 
आचार्य चाणक्य कहते हैं कि अगर आप पुण्य कमाना चाहते हैं तो दान करना बेहद जरूरी है। जो इंसान बिना किसी स्वार्थ के दान करता है उसके घर में बरकत बनी रहती है। साथ ही साथ ऐसा करने से गरीबी से तथा पापों से भी मुक्ति मिलती है। परंतु ध्यान रखें अपनी क्षमता से बढ़कर कभी दान नहीं करना चाहिए।

कर्म से ही जाने जाता है इंसान- 
कहा जाता है कि कोई भी व्यक्ति अपने कर्मों से जाना जाता है और कर्म से ही सुख और दुख की प्राप्ति होती है। चाणक्य जी का कहना है कि हमें हमेशा दूसरों के साथ अच्छा व्यवहार करना चाहिए। ताकि भविष्य में हमें कभी अपने बुरे व्यवहार व दुष्कर्मों की वजह से कष्ट न भोगना पड़े।  

 

Jyoti

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