अपनी इच्छाओं का त्याग करने वाली नहीं, ऐसी स्त्री बनती है गुणवान पत्नी

Friday, Jul 22, 2022 - 03:52 PM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
अक्सर लोगों को कहते सुना जाता है कि हर सफल इंसान के पीछे एक औरत का हाथ होता है। प्रत्येक व्यक्ति के जीवन में ये एक औरत होती है, ये औरत मां, बहन, पत्नी आदि में से कोई भी हो सकती है। कहा जाता है इन तीनों का पुरुष के जीवन में अहम योगदान होता है। परंतु बात करें तो इसे पति के दुख सुख, अच्छा बुरा हर चीज़ का साथी माना जाता है। इसलिए ऐसा कहा जाता है कि अगर पत्नी गुणवान हो तो पति अपने जीवन में सफल व खुशहाल होता है। वरना जिस व्यक्ति की पत्नी गुणवान न हो उसका घर आबाद होने की जगह बर्बाद हो जाता है। महान नीतिकार व विद्वान आचार्य चाणक्य की मानें तो उन्होंने इस संदर्भ में उपयोगी जानकारी प्रदान की है। आप ठीक समझ रहे हैं, आज हम आपको बताने जा रहे हैं चाणक्य नीति के अनुसार स्त्री के वो कौन से 3 गुण होते हैं, जो उसे बेहतर पत्नी बनाते हैं। इतना ही नहीं चाणक्य नीति के अनुसार जिस स्त्री में ये गुण होते हैं उसके पति की तकदीर तो संवरती ही है साथ ही साथ पूरा परिवार उनके आने से सुखी हो जाता है। 

यहां जानें कौन से है वो गुण- 
आचार्य कहते हैं कि किसी के द्वारा भी अपनी इच्छाओं को मारना अच्छा नहीं होता। परंतु बात जहां पत्नी की होती है वहां बहुत से लोग उपरोक्त वाक्य को ठीक समझते हैं। चाणक्य की नीति के अनुसार किसी भी स्त्री के लिए ऐसा करना जरूरी नहीं होता और न ही ऐसा करने वाली स्त्री को गुणवान समझा गया है, बल्कि जो स्त्री शादी के बाद अपने परिवार की आर्थिक और पारिवारित स्थिति में संतुलन बनाए रखकर अपनी इच्छआओं को पूरा करती हैं, उस चाणक्य नीति के अनुसार गुणवान स्त्री माना गया है। इतना ही नहीं इन्हें पति के लिए व उसके परिवार के लिए बेहद भाग्यशाली माना जाता है। आचार्य चाणक्य कहते हैं कि जिस स्त्री में संतोष की भावना होती है, उका दांपत्य जीवन सदैव खुशियों से भरपूर रहता है। 
 

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आगे चाणक्य कहत हैं कि एक गुणवान, शिक्षित व संस्कारी स्त्रि पति व पूरे परिवार को संभालने की क्षमता रखती है। क्योंकि एक शित्रित महिला हमेशा आत्मविश्वास से परिपूर्ण होती है। साथ ही साथ उन्हें गलत सही की पहचान करने में आसानी होती है। इतनी ही नहीं एक शिक्षित महिला मुश्किल समय में अपने पति के कदम से कदम मिलाकर पूरे घर क संभालने की क्षमता भी रखती है। तो वहीं एक शिक्षित व संस्कारी महिला आने वाली की अगली पीढ़ी के सुंदर व उज्जवल भविष्य का निर्माण करने में भी अपना पूरा योगदान देती है। 

आखिर में आचार्य चाणक्य कहते हैं जो स्त्री हमेशा धर्म का पालन करती है वो कभी अपने कर्तव्यों से पीछे नहीं हटती। इसके अलावा आध्यात्म में विश्वास रखने वाली स्त्री के घर में हमेशा सुख-शांति का वास होता है। चाणक्य मानते हैं कि धर्म का पालन करने वाले महिला अपने साथ-साथ अपने पूरे परिवार का जीवन सार्थक बना देती है। इसका सबसे बड़ा लाभ ये होता है आने वाली पीढ़ी भी धार्मिक व संस्कारी होती है। 

Jyoti

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