Chanakya Niti: क्या आपको भी इन 2 चीज़ों का है खौफ तो जिंदगी में हमेशा मिलेगी हार

Wednesday, Jul 20, 2022 - 12:31 PM (IST)

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अपनी वेबसाइट के माध्यम से आपको समय-समय पर हिंदू धर्म के महान विद्वानों द्वारा बताई गई नीतियों से अवगत करवाते आ रहे हैं। ऐसा माना जाता है जो व्यक्ति इनकी नीतियों पर अपने जीवन में णल करता है, उसे सफलता को मिलती ही है, साथ ही साथ वह समाज में मान-सम्मान का हकदार बनता है। इसी कड़ी में आज एक बार फिर हम आपके लिए लाएं हैं आचार्य चाणक्य के नीति सूत्र की कुछ ऐसी बातें जिन्हें जानना आपके लिए बेहद लाभदायक साबित हो सकती है। तो चलिए बिल्कुल देर न करते हुए आपको बताते हैं चाणक्य द्वारा बताई गई ऐसी बातें, जिस में आचार्य चाणक्य ने उन चीज़ों के बारे में बताया है जिनसे डरने व घबराने वाला व्यक्ति कभी भी विजय नहीं प्राप्त कर सकता है। 

आज कल की पीढ़ी की बात करें तो वर्तमान समय में प्रत्येक व्यक्ति ये इच्छा रखता है कि उसे बिना परिश्रम किए सफलता पाने की इच्छा रखते हैं। परंतु आचार्य बताते है कि जो व्यक्ति अपने जीवन में मेहनत करने से घबराता है वो जीवन में कभी सफल नहीं होता। चाणक्य के अनुसार व्यक्ति को कभी अपने कार्य के प्रति आलस नहीं करना चाहिए न ही किसी काम को किए बिना हार माननी चाहिए जो व्यक्ति ऐसा करता है उसे अपने जीवन में सफलता का सुख कभी प्राप्त नहीं होता। आगे चाणक्य कहते हैं कि बेशकर तरक्की की राह कठोर होती है पर जीवन में ऐसा कोई काम नही होता जो परिश्रम से पूरा न किया जा सके। इसलिए संघर्ष करने से कभी पीछे नहीं हटना चाहिए। जो लोग अपने जीवन में परिश्रम करने से पीछे नहीं हटते उन पर देवी लक्ष्मी हमेशा प्रसन्न रहती है और धन की वर्षा करती है। 
 

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इसके अलावा चाणक्य बताते हैं आलोचना एक ऐसी चीज़ है जो किसी को सफलता की शिखर पर नहीं पहुंचनी नहीं देती। आलोचना इंसान को इस हद तक विचलित कर सकती है, कि इंसान अपेन सोचने-समझने की शक्ति तक खो बैठता है। बल्कि कई बार तो इंसान आलोचना से प्रभावित होकर कहीं बार गलत कदम उठा लेता है जिस कारण वह स्वयं तरक्की से कोसों दूर हो जाता है। चाणक्य के अनुसार जो व्यक्ति साहस से अपनी आलोचनाओं का डटकर सामना करता है उसे उसे लक्ष्य तक पहुंचने में कोई रोक नहीं पाता। चाणक्य नीति सूत्र में वर्णित है हर किसी के जीवन में लक्ष्य तक पहुंचने के मार्ग में ये वक्त जरूर आता है जब उसके काम की निंदा होती है। परंतु इनसे जो घबरा जाता है वो अपनी मंजिल तक नहीं पहुंच पाता। कहा जात है आलोचना सफलता की राह में एक रोड़ा होता है। जिसे रास्ते से व्यक्ति स्वयं ही हटा सकता है। इसलिए इसे हमेशा पॉजिटिव तरीके से अपनाएं। कभी भी उत्तेजित होकर की कदम न उठाएं, क्योंकि विरोधी इसी चाह में बैठा होता है कि कब आप इनसे घबराकर कोई गलत कदम उठा लें और वो आप अपने लक्ष्य में असफल हो और वो आपको गिराने में सफल हो जाएं। 

Jyoti

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