Chanakya Niti: परमात्मा से जोड़ती है ये एक चीज़

Saturday, Mar 12, 2022 - 04:45 PM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
आचार्य चाणक्य को भारत के महान दार्शनिक नीतिकारों में से एक माना जाता है। इन्होंने कई ग्रंथों की रचना की है। पर इनका जिस ग्रंथ अधिक प्रसिद्ध है वो है चाणक्य नीति सूत्र। बताया जाता है इसमें इन्होंने ऐसी बहुत से नीतियां बताई है जो मानव जीवन के लिए अत्यंत लाभदायक व कल्याण करने वाली साबित होती है। यही नहीं कहा जाता है कि जो व्यक्ति अपने जीवन में इनकी नीतियों को अपनाता है उसका जीवन एक सफल जीवन बन जाता है। तो चलिए एक बार फिर जानते हैं आचार्य चाणक्य के नीति श्लोक में वर्णित श्लोक के बारे में, जिसमें चाणक्य ने ऐसी चीज़ का वर्णन किया है, जो बहुत अमूल्य मानी गई है। 

चाणक्य नीति श्लोक-
आपदर्थे धनं रक्षेत् दारान् रक्षेद्धनैरपि।
आत्मानं सततं रक्षेद् दारैरपि धनैरपि॥

उपरोक्त चाणक्य नीति श्लोक में आचार्य कहते हैं कि अगर स्त्री और धन में किसी एक चीज को चुनना हैं तो आप किस चीज को चुनेंगे? अगर आत्मा की बात आए है तो आप उसके आगे किस चीजों को रखते हैं? चाण्क्य के अनुसार यह एकमात्र ऐसी चीज है जो आपको परमात्मा से मिलाने का एक जरिया है।

प्रत्येक व्यक्ति को हमेशा अपने आने वाली मुसीबतों से निपटने के लिए धन इकट्ठा करना चाहिए। परंतु जब स्त्री की सुरक्षा की बात आए तो धन-सम्पदा का त्याग कर देना चाहिए। लेकिन जब आत्मा की सुरक्षा की बात आती है तो उसे धन और पत्नी दोनो को तुक्ष्य समझना चाहिए।

इसके अलावा आचार्य चाणक्य कहते हैं जो व्यक्ति बुद्धिमान होता है वह विपत्ति के समय सबसे पहले अपने धन को सुरक्षित करता है। जिससे आने वाले समय में उसे खाना, वस्त्र के साथ अन्य जरूरत आसानी से पूरी कर सके। जब स्त्री की रक्षा की बात आए तो धन का मोह भी त्याग देना चाहिए। एक स्त्री की सुरक्षा करना सबसे बड़ा काम है। एक महिला का कद धन से कई गुना ऊंचा है। 

मगर जब आत्मा को बचाने की बात आए तो सबसे धन और स्त्री का भी त्याग कर देना चाहिए। किसी मनुष्य के जीने के लिए सच्ची आत्मा का होना बहुत ही जरूरी है। यानि जब अध्यात्म, तप या फिर मोक्ष की बात आए तो हर चीज को छोड़कर इस राह में चल देने वाला व्यक्ति की उत्तम और सच्चा पुरुष कहलाता है। धार्मिक ग्रंथों व चाणक्य नीति सूत्र के अनुसार केवल आत्मा ही एक ऐसी चीज है जो मानव जीवन को परमात्मा से जोड़ती है।
 

Jyoti

Advertising