Chanakya Niti: ये 3 आदतें करती हैं समाज की युवा पीढ़ी को बर्बाद

Friday, Sep 11, 2020 - 05:56 PM (IST)

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समय की गति बहुत तेज़ होती है। कल पैदा हुए बच्चे कब मां-बाप के साथ कंध से कंधा मिलाकर चलने लगते हैं, पता ही नहीं चलता। हर मां-बाप की यही इच्छा होती है उनके बच्चे उन सपनों को पूरा करें, जिन्हें वो पूरा नहीं कर पाते। ऐसे में मां-बाप अपने बच्चों की संगति को लेकर काफी परेशान रहते हैं कि कहीं कोई उनके बच्चे को गलत लोगों के बीच न धकेल दें। अगर बात मौजूदा समय की बात करें तो काफी हद तक युवा पीढ़ी गलत कामों में हिस्सेदार बन चुकी है। ऐसे में मां-बाप के लिए ये चिंता का विषेय कैसे न बने।

मगर आपको बता दें हम आपको कुछ ऐसा बताने वाले हैं जिससे आप जान पाएंगे कि आपको अपने बच्चों को किन बुरी आदतों से बचाकर रखना चाहिए, ताकि आपके बच्चों का भविष्य उजागर हो सके। आचार्य चाणक्य के अनुसार प्रत्येक मां-बाप को युवा पीढ़ी को किसी भी हालात में इन आदतों का शिकार नहीं होने देना चाहिए। अगर युवाओं को इनकी लत लग जाए तो उनका जीवन बर्बाद हो जाता है। चलिए जानते हैं कौन सी हैं वो आदतें-
आचार्य चाणक्य कहते हैं युवास्था में किसी प्रकार के नशे की लत नही होनी चाहिए। आचार्य चाणक्य बताते हैं उम्र की ये दहलीज़ जो पार कर नशे की ओर चला जाए तो उसका जीवन कभी सही दिशा में नहीं जाता। नशा बड़े से बड़े विद्नान व्यक्ति की दिमाग की शक्ति को प्रभावित करने की ताकत रखता है, जो न केवल दिमागी तौर पर बल्कि शारीरिक तौर पर भी इंसान को बहुत नुकसान पहुंचाता है।

आज कल के जनरेशन की बात करें तो छोटे-छोटे बच्चे तक में अहम भरा हुआ है। चाणक्य कहते हैं युवाओं को इससे हमेशा दूर रहना चाहिए क्योंकि जिसमें अहम होता है वो व्यक्ति किसी काम में सफल नहीं होता। बल्कि ऐसे लोगों को समाज में विष के समान माना जाता है। इस बारे में चाणक्य ये भी कहते हैं कि जो व्यक्ति हर समय अहम में डूबा रहता है कभी अपने जीवन में ज्ञान की खोज नहीं कर पाता।

आखिर में आचार्य चाणक्य बताते है युवास्था में भोग विलास की वस्तुओं से दूर रहना चाहिए। कहा जाता है जो युवा इन वस्तुओं का त्याग कर देता, केवल वहीं व्यक्ति जीवन में सफलता प्राप्त कर पाता है।

Jyoti

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