चाणक्य नीति: धनवान बनने के लिए उठाना चाहिए हर जोखिम

Tuesday, May 12, 2020 - 10:52 AM (IST)

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धनवान बनने के लिए हर इंसान जितना हो सकता है परिश्रम करता है। मगर कई बार मेहनत का फल मिलता है तो बहुत बार उसे निराश भी होना पड़ता है। ऐसे में लोग निराश हो जाते हैं और अपने हथियार छोड़े देते हैं यानि मेहनत करनी बंद कर देते हैं। ऐसे में आचार्य चाणक्य कहते हैं कि प्रत्येक व्यक्ति को धनवान बनने के लिए कोई भी जोखिम उठाने से घबराना नहीं चाहिए। चलिए विस्तारपूर्वक जानते हैं चाणक्य की इस नीति के बारे में जिसमें उन्होंने बताया कि धनवान बनने के लिए क्या करना चाहिए क्या नहीं। 

चाणक्य कहते हैं धनवान बनने के लिए कई बार कुछ जोखिम उठाने पड़ते हैं इनके अनुसार जो व्यक्ति सही समय पर जोखिम उठाता है वह हमेशा सफल होता है। खासतौर पर बात अगर व्यापार की हो तो, मुनाफ़ा पाने के लिए जोखिम उठाने ही पड़ते हैं। 


परंतु धन कमाने से भी महत्वपूर्ण है धन की बचत करना। अगर व्यक्ति धन का संचय उचित ढंग से नहीं करता है तो संकट के समय पर उसे मुसीबतों का सामना करना पड़ता है। इसलिए चाणक्य कहते हैं कि व्यक्ति को धन सोच समझकर ही खर्च करना चाहिए। अगर इनकी नीति की मानें तो धन उसी के पास टिकता है जो भविष्य को लेकर हमेशा सचेत और सतर्क रहता है। जिनके पास भविष्य की योजनाओं को लेकर कोई प्लानिंग नहीं होती उनके पास अधिक दिनों तक पैसा नहीं टिकता। तो वहीं कहा जाता है व्यक्ति तभी धनवान बन सकता है जब वह अपना एक लक्ष्य निर्धारित कर लेता है। 

कहने का भाव ये है कि व्यक्ति को ये पता होना चाहिए कि उसे कौन सा काम कब और कैसे करना है। साथ ही ये भी ध्यान में रखना चाहिए कि अपनी योजनाओं की जानकारी किसी से साझा न करें। इससे आपके कार्य में बाधा पहुंच सकती है।

Jyoti

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