चाणक्य नीति :  बुद्धिमानों में होते हैं ये गुण

Sunday, Apr 12, 2020 - 02:48 PM (IST)

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आचार्य चाणक्य, जैसे महान विद्वान को न केवल प्राचीन समय में लोग पहचाते व मानते थे बल्कि आज के समय भी इनको इनके द्वारा रचित नीतियों से जाना जाता है। कहा जाता है इनकी नीतियों में इनकी ताकत है कि असफल व्यक्ति भी सफल होकर बुलंदियों को छू लेता है। बता दें इस बात की उदाहरण है प्राचीन समय में मौर्य समाज सम्राट के चंद्रगुप्त मौर्य। जिन्होंने अपने जीवन में सफलता पाने के लिए इनकी नीतियों की मदद ली। जीवन के हर मोड़ पर आचार्य चाणक्य ने अपनी नीतियों द्वारा सही गलत की पहचान करवाई और मौर्य वंश की स्थापना करवाई। अब आप इतना तो समझ ही गए होंगे कि हम आपको इन्हीं के नीति शास्त्र के किसी नीति के बारे में बताने वाले हैं। 
दरअसल हम आज चाणक्य के नीति शास्त्र के ऐसे श्लोक के बारे में बताएंगे जिसमें उन्होंने बताया है कि बुद्धिमान लोगों की पहचान कैसे की जा सकता है। उन में कौन-कौन से गुण होते हैं। तो अगर आप भी अपने आस-पास रह रहे किसी की पहचान करता चाहते हैं तो चाणक्य की ये नीति आपके लिए बहुत ही लाभदायक साबित होने वाली है। 

यहां जाने चाणक्य नीति में वर्णिक ये श्लोक-

कुशल व्यक्ति ही बुद्धिमान है
लोके प्रशस्त: स मतिमान्।

भावार्थ : जो राजा लोक व्यवहार में अपनी प्रजा का हृदय जीत लेता है, वही श्रेष्ठ और बुद्धिमान है। इसका अर्थात ये कि अगर आप व्यवहार को अच्छा रखेंगे तो आप किसी का दिल जीत सकते हैं। इससे न केवल समाज में आपक मान-सम्मान बढ़ेगा। बल्कि ज़रूर पड़ने पर हर कोई आपकी सहायत करने को आगे होगा। ऐसे लोगों को ही चाणक्य बुद्धिमान व्यक्ति मानते हैं। 


 

Jyoti

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