Chanakya Neeti: इन कामों में पुरुषों से भी कई गुना आगे होती हैं महिलाएं

Saturday, Jul 18, 2020 - 05:25 PM (IST)

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अगर आज के समय की बात करें तो ने केवल पुरुष बल्कि महिलाएं भी हर क्षेत्र में अपना नाम बना रही हैं। फिर भी कुछ ऐसे लोग या पुरुष हैं जो कई बातों व कामों में महिलाओं को कमज़ोर समझते हैं। कहने का भाव है कि उन्हें ऐसा लगता है कि कुछ ऐसे भी काम होते हैं जिन्हें पुरुषों से बेहतर कोई नहीं कर सकता है। पर क्या ऐसा कहना सही है? वो भी बात अगर आज की आधुनिक युग की हो, जहां अपने दम पर न केवल देश की बल्कि दुनिया भर की महिलाओं ने बड़ा मुकाम हासिल किया। जी नहीं, ऐसा कहना न तो आज के समय और न ही प्राचीन समय में ये कहना ठीक था। चाणक्य ने इस  संदर्भ में अच्छे से जानकारी दी है। इतना ही नहीं बल्कि उन्होंने इसके साथ ही उन कामों के बारे में उल्लेख किया है जिन्हें करनें में महिलाएं पुरुषों से कई गुना आगे होती हैं। हो सकता है आपको इस बात पर विश्ववास न हो, इसलिए हम आपके लिए चाणक्य द्वारा बताई गई इस नीति का विस्तार लाएं हैं। तो चलिए देर न करते हुए जानते हैं उन मैनेजमेंट सूत्रों के बारे में-  

आचार्य चाणक्य कहते हैं कि महिलाएं में बचपन से पुरुषों से ज्यादा गुण मौज़ूद होते हैं, जिनमें से सबसे प्रमुख होता है मैनेजमेंट। यानि कि चीज़ों को अच्छे से संभाल पाना। बल्कि न केवल चीज़ें, हालातो, रिश्तों आदि को अच्छे से मैनेज करना का गुण केवल महिलाओं में ही होता है। यही कारण है कि कहा जाता है घर-परिवार और समाज को बनाने में सबस अधिक हाथ महिलाओं का होता है। 

इसके अलावा चाणक्य बताते हैं कि पुरुषों की तुलना में महिलाओं का अधिक भूख लगती है। खाने में मामले में महिलाएं पुरुषों से कई हद तक आगे रहती हैं। इसका कारण बताते हुए चाणक्य कहते हैं कि पुरुष और महिला दोनों की शरीरिक संरचना में अधिक अंतर होता है। तो वहीं इन्हें अधिक ऊर्जा की आवश्यता भी होती है। यही कारण है कि इन्हें अधिक भूख लगती है। 

काफी लोगों को कहते सुना जाता है कि महिलाएं में दिमाग कम होता है। पंरतु ऐसा कहना बिल्कुल गलत है। जी हां, चाणक्य का मानना है असल में महिलाएं पुरुषों से अधिक समझदार होती है, साथ ही चालाकी में भी महिलाएं पुरुषों से कई आगे होती हैं। चाणक्य का मानना है कि पुरुषों की तुलना में महिलाएं जीवन में आने वाली विकट परिस्थितियों और परेशानियां का मुकाबला भी पुरुषों के मुकाबले में काफी समझदारी और अक्लमंदी से करती हैं। 

बहुत से लोग महिलाओं को कोमल व कमज़ो समझने की भूल कर देते हैं, इस बारे में चाणक्य कहते हैं कि महिलाएं पुरुषों से 6 गुना अधिक साहसी होती हैं। यही कारण है कि इन्हें शास्त्रों में शक्ति का स्वरूप माना गया है। साथ ही चाणक्य कहते हैं कि पुरुषों की तुलना में  महिलाएं अधिक श्रृंगारिक और प्रेम प्रकृति की होती हैं। तो वहीं इनमें भावनाएं भी पुरुषों से 8 गुना अधिक होती है। 

Jyoti

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