Chanakya Niti: ऐसे पुरूष महिलाओं के लिए मनबहलावे का साधन होते हैं

Thursday, Sep 03, 2020 - 10:01 AM (IST)

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Chanakya Niti: चाणक्य दूरदर्शी विद्वान थे। उनके जैसे बुद्धिमान, रणनीतिज्ञ, चरित्रवान व राष्ट्रहित के प्रति समर्पित भाव वाले व्यक्ति भारत के इतिहास में ढूंढने से भी बहुत कम मिलते हैं। उनके महामंत्री काल में जनता पूर्ण सुखी व आनंदित थी। आचार्य चाणक्य ने एक नीति में बताया है कि भविष्य के कष्टों से बचने के लिए महिला-पुरुष के संबंधों में किन बातों का ध्यान रखना चाहिए और कौन-कौन सी बातें इंसान को दुख प्रदान कर सकती हैं। 

यो मोहन्मन्यते मूढो रक्तेयं मयि कामिनी। स तस्य वशगो मूढो भूत्वा नृत्येत् क्रीडा-शकुन्तवत्।।

भावार्थ- नीति विशारद आचार्य चाणक्य इस श्लोक में बताते हैं की कुछ पुरुषों में अविवेक होता है। अपनी इस नासमझी के कारण वह खूबसूरत महिलाओं से आचरण करते हुए काल्पनिक धारणा बना लेते हैं कि वह वह उन पर मुग्ध हैं। वास्तविकता में मायाजाल में फंसा पुरुष सुंदर महिला के लिए ऐसे होता है जैसे कि मनबहलावे के लिए पाला गया पक्षी।

आचार्य चाणक्य के अनुसार अधिकतर महिलाओं का स्वभाव तथा वाणी कोमल होती है। वह यदि मधुर भाषा में किसी पुरुष से बात कर लें तो उन्हें लगता है वह उन पर मोहित है। ये केवल अज्ञानी और अविवेकी पुरुषों के मन का भ्रम होता है वास्तविकता में ऐसा कुछ नहीं होता। 

यद् गृहे रमते नारी लक्ष्‍मीस्‍तद् गृहवासिनी। देवता: कोटिशो वत्‍स! न त्‍यजन्ति गृहं हितत्।।
भावार्थ-
जिस घर में सद्गुण सम्पन्न गृहिणी खुशी-खुशी वास करती है, उस घर में स्वयं मां लक्ष्मी जी निवास करती हैं। करोड़ों देवता भी ऐसे घर को कभी नहीं छोड़ते।

Niyati Bhandari

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