Chanakya Niti: ऑफिस में कौन है आपका असली दुश्मन ? चाणक्य नीति से जानिए संकेत
punjabkesari.in Wednesday, Sep 17, 2025 - 06:00 AM (IST)

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Chanakya Niti: आचार्य चाणक्य न सिर्फ राजनीति और अर्थशास्त्र के महान ज्ञाता थे, बल्कि मानव स्वभाव और व्यवहार को भी गहराई से समझते थे। उनकी नीतियां आज भी जीवन, समाज और कार्यस्थल पर उतनी ही प्रासंगिक हैं जितनी प्राचीन काल में थीं। ऑफिस एक ऐसा स्थान है जहां विभिन्न प्रकार के लोग साथ काम करते हैं और यहां रिश्ते केवल काम से नहीं बल्कि चालाकी, ईर्ष्या और स्वार्थ से भी बनते-बिगड़ते हैं। चाणक्य नीति में विशेष रूप से बताया गया है कि किन लोगों से दूरी बनाकर रखनी चाहिए क्योंकि ये लोग आपके सामने मित्रता का मुखौटा पहनते हैं लेकिन पीठ पीछे आपके खिलाफ षड्यंत्र रचते हैं। ऐसे चार प्रकार के लोगों से ऑफिस में हमेशा सतर्क रहना चाहिए।
चापलूस
ये वो लोग होते हैं जो हर बात पर आपकी हां में हां मिलाते हैं। आपके हर काम की तारीफ करेंगे, चाहे उसमें कोई गलती क्यों न हो। लेकिन इनकी असली मंशा होती है, आपका विश्वास जीतकर अपनी स्वार्थ सिद्धि करना। जो व्यक्ति बिना कारण आपकी हर बात की प्रशंसा करे, उससे हमेशा सावधान रहें। वह आपके पतन का कारण बन सकता है।
ईर्ष्यालु सहकर्मी
आपकी सफलता इनसे हजम नहीं होती। आप तरक्की करें, सराहे जाएं ये बर्दाश्त नहीं कर सकते। ये हमेशा मौका तलाशते हैं आपको नीचे दिखाने का। ईर्ष्यालु व्यक्ति आग की तरह होता है। वह दूसरों को जलाने से पहले खुद जलता है।
दौमुखी व्यक्ति
ऐसे लोग सामने मीठा बोलते हैं, मदद का नाटक करते हैं लेकिन पीछे आपकी छवि बिगाड़ने में कोई कसर नहीं छोड़ते। ये लोग ऑफिस पॉलिटिक्स के खिलाड़ी होते हैं। जिसका व्यवहार सामने कुछ और पीछे कुछ और हो, वह सबसे खतरनाक होता है।
झूठा मित्र
ये दिखाते हैं कि वे आपके सच्चे शुभचिंतक हैं लेकिन जरूरत पड़ने पर साथ छोड़ देते हैं। आपके भरोसे का गलत फायदा उठाते हैं और मौके पर धोखा देते हैं। जो मित्र आवश्यकता के समय साथ न दे, वह केवल नाम का मित्र है। ऐसे मित्र से दूर रहना ही बुद्धिमानी है।