Chanakya Niti: इन दोनों के भरोसे रहने वाले लोग नहीं बढ़ पाते आगे

Tuesday, Sep 13, 2022 - 02:10 PM (IST)

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कहते हैं किसी भी इंसान के लिए जीवन में तरक्की बिना मेनहनत के नहीं आती। प्रत्येक व्यक्ति अपने जीवन में सफलता के लिए संघर्ष करता है। इनमें से कुछ लोग थोड़े से ही संघर्ष करके ही सफलता प्राप्त कर लेते हैं। तो वहीं कुछ इनमे से कुछ ऐसे लोग होते हैं कि जो अपने जीवन में ज़रूरत से ज्यादा संघर्ष करते हैं परंतु उन्हें सफलता मिलना तो दूर वो उसके आस-पास भी नहीं जा पाते। परंतु आखिर ऐसा होता क्यों है, इस बारे में कम ही लोग सोचते हैं। तो अगर आपके साथ भी ऐसा कुछ हो रहा है तो चलिए आपको बताते हैं कि आखिर क्यों कई बार हाथ आई सफलता क्यों निकल जाती है। 

दरअसल इस संदर्भ में चाणक्य ने अपने नीति सूत्र में इससे जुड़ी नीति बताई है जिसमें इस बात पर गहन किया गया है कि आखिर क्यों व्यक्ति तरक्की के पास तो पहुंचता है परंतु उसे हासिल नहीं कर पाता। आइए विस्तारपूर्वक जानते हैं- 

आचार्य चाणक्य के अनुसार वही व्यक्ति सफल होता है जिसे अपने जीवन में असफलता का डर नहीं होता। जो व्यक्ति हार से घबराता है वह अपने जीवन में कभी कामयाबी व सफलता को प्राप्त नहीं कर पाता। इससे जुड़ी एक वाक्य बेहद प्रसिद्ध, डर के आगे जीत है। अतः जीवन में सफलता को प्राप्त करने के लिए मन में से हर प्रकार के डर को मिटा देना चाहिए।

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चाणक्य ने अपने नीति सूत्र में कहा है कि कामयाबी कभी भी बिना मेहनत नहीं पाई जा सकती है, इसके लिए परिश्रम करना बेहद जरूरी है। जो लोग मुश्किल घड़ी में  अपने लक्ष्य प्राप्ति के लिए डटे रहते हैं और उसे पार पा लेते हैं, सफलता या कामयाबी हमेशा उनके कदम चूमती है। तो वहीं जो लोग भाग्य के भरोसे रहते हैं अर्थात ये सोचते हैं कि नसीब में लिखे को कौन मिटा सकता है वो सदा जीवन में असफलता प्राप्त करते हैं। बल्कि कहा जाता है कि  ऐसे लोग सफलता के करीब पहुंचकर निराश होकर खाली हाथ लौटते हैं। अतः चाणक्य कहते हैं कि कभी भी केवल किस्मत पर भरोसा कर छोड़ना नहीं चाहिए बल्कि मेहनत के बलबूते ही व्यक्ति कामयाबी पा सकता है। सफलता का सूत्राधार है पुरुषार्थ जो कभी व्यर्थ नहीं जाता। इसके अलावा तरक्की पाने के लिए हर व्यक्ति में चार गुण होने चाहिए जो है बुद्धिमता, परिश्रम, मेहनत तथा मनोबल। 

चाणक्य का मानना है कि सपने उन्हीं के पूरे होते हैं जो सब कुछ अपने दम पर करने की क्षमता है, उन्हें सफलता ज़रूर मिलती है। कहा जाता है अगर आप अपने काम को दूसरों के भरोसे छोड़ेंगे तो लक्ष्य से दूर होते जाएंगे, क्योंकि सपने आपके हैं तो उसे पूरा करने की जिम्मेदारी भी आपकी ही है। 

Jyoti

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