Chanakya Niti: धनवान व्यक्ति भी दिनों में हो जाता है कंगाल अगर....

Thursday, Aug 18, 2022 - 04:52 PM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
वर्तमान समय में प्रत्येक व्यक्ति के जीवन में सबसे ज्यादा अगर किसी की आवश्यकता है तो वो है धन। कहा जाता है कि आज के समय में बिना धन के इस पृथ्वी पर जीवन व्यतीत करना आसान नहीं है। यही कारण है हर कोई इसे पाने के लिए अपनी-अपनी क्षमता के अनुसार परिश्रम करता है। बहुत से लोग अपने परिश्रम के बल पर अपने जीवन में पर्याप्त धन पा भी लेते हैं। परंतु इनमें से ऐसे लोग बहुत कम लोग होते हैं जिन्हें अपने धन को संभालकर रखना आता है। जी हां, ऐसे बहुत से लोग होते हैं जो पहले अपने जीवन में धन कमा तो लेते हैं परंतु उसे सहेज कर रखने में कामयाब नहीं होते। तो अगर आपकी गिनती भी इन लोगों में शामिल है तो आपको बता दें आचार्य चाणक्य ने इस संदर्भ में बेहद अहम बातें बताई हैं। तो आइए जानते हैं क्या है वो खास बातें-

 आचार्य चाणक्य के अनुसार हमेशा धनवान बनने के लिए हर व्यक्ति में कुछ गुणों का होना ज़रूरी है। लेकिन आज कल लोगों में ये गुण नहीं बल्कि इसके विपरीत अवगुण मौजूद हैं, जिसकी वजह से इंसान अपने जीवन में प्राप्त धन को खो देता है। तो आइए एक नजर डालते हैं इन अवगुणों पर-

आज कल के समय में लोग पैसा कमा तो लेते हैं परंतु उनके पास पैसा न टिकने का कारण उनका घमंड होता है। वर्तमान समय में लोग पैसा कमा लेने के बाद अक्सर अपने बुरे दिनों को भूल जाते हैं, और घमंडी बन जाते हैं, जिस कारण उनके पास ज्यादा देर तक धन नहीं टिक पाता और वो बहुत जल्दी राजा से रंक की गिनती में शामिल हो जाते हैं। चाणक्य नीति के अनुसार अहंकार व्यक्ति की बुद्धि भ्रष्ट कर देता है, जिस कारण धन का नाश तो होता ही है, साथ ही साथ जीवन को भी तहस-नहस कर देता है। 

1100  रुपए मूल्य की जन्म कुंडली मुफ्त में पाएं । अपनी जन्म तिथि अपने नाम , जन्म के समय और जन्म के स्थान के साथ हमें 96189-89025 पर वाट्स ऐप करें

कुछ लोग अधिक पैसे प्राप्त करने की बाद, उन्हें सोच समझकर नहीं खर्चते बल्कि अंधा धुन धन को बेहिसाब खर्च करने लगते हैं, जिसे आचार्य चाणक्य ने अपनी नीति में बिल्कुल अच्छी आदत नहीं बताया है। चाणक्य कहते हैं कि जो लोग बेहिसाब खर्च करते हैं उनके घर में कभी मां लक्ष्मी का वास नहीं होता। चाणक्य की नीति के अनुसार  धन कमाया तो खर्च जरूर होगा लेकिन अनावश्यक खर्चा करने पर धन लक्ष्मी का अपमान कहलाता है. जो पैसों की कद्र नहीं करता उसके हाथ में कभी पैसा नहीं टिकता। यानि लक्ष्मी उसके पास कभी स्थिर नहीं होती है। 

आखिर में चाणक्. य ने लालची व्यक्ति के बारे में बताया है जो व्यक्ति अधिक लालच करता है , उसके पास धन कभी नहीं टिकता। ऐसा पैसा व्यक्ति को पलभर की खुशी तो देगा लेकिन भविष्य में यहीं धन दुख का कारण बन जाएगा। शास्त्रों में देवी लक्ष्मी को बहुत चंचल माना है। जो व्यक्ति पैसों का सही उपयोग करता है तथा इसे सही तरीके से कमाता है, वह सदा उसका साथ देती है. वहीं लालच करने वालों को लक्ष्मी जी की कृपा कभी प्राप्त नहीं होती। 

Jyoti

Advertising