Chanakya Niti: न्यूली मैरिड कपल जीवन में प्यार घोलने के लिए करें ये काम

Sunday, Nov 08, 2020 - 02:18 PM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
जैसे ही अधिक मास समाप्त होता है मानो जैसे शादियों का सीजन लग जाता है। हर तरफ़ शादी की शहनाइयां गूंजती सुनाई देती हें। शादी को लेकर हर किसी का यही सपना होता है, कि शादी के बंधन में बंधने के बाद उनका आगे का जीवन अच्छा व खुशहाल हो। मगर आज कल के समय की बात करें तो धैर्य कम होने के कारण, या फिर अन्य विभिन्न प्रकार के कारणों के चलते बहुत जल्द ही लोग अपना शादीशुदा जीवन खराब कर लेते हैं। ऐसे लोगों को चाणक्य नीति द्वारा बताई सुखद दांपत्य जीवन से जुड़ी बातों को पल्ले बांधना बेहद ज़रूरी होता है। जी हां, आचार्य चाणक्य ने अपने नीति सूत्र में बताया है कि कैसे नव-विवाहित लोगों को अपने बीच के रिश्ते को हर पल संवारने की कोशिश करनी चाहिए। इस संदर्भ में चाणक्य नीति ने द दो ऐसी बातों के बारे में बताया गया है कि जिन्हें अपनाने वाले दांपत्ति का दांपत्य जीवन कभी नीरस नहीं होता।

आइए जानते हैं कौन सी हैं वो खास बातें-
मुश्किल की घड़ी में बनें एक-दूसरी की ढाल
आज कल के समय की बात करें तो मुश्किल की घड़ी में दूसरों की बजाए सबसे पहले अपनें साथ छोड़ देते हैं। जिस कारण संकट और बड़ा और खतरनाक लगने लगता है। चाणक्य के अनुसार पति-पत्नी को कभी भी किसी भी प्रकार के मुश्किल समय में एक-दूसरे का साथ नहीं छोड़ना चाहिए। बल्कि एक-दूसर की ढाल बन कर मुश्किलों के सामने खड़ा होना चाहिए। चाणक्य कहते हैं एक-दूसरे का साथ और प्यार बन रहनवे मुश्किलों का सामना करने के लिए हिम्मत आती है साथ ही साथ दुख कम होता है। शास्त्रों में लिखा है कोई भी दुख या सुख स्थाई नहीं होता, ऐसे में अगर इंसान को उनका मुकाबला करना व उनका सामना करना सीख लेता है तो जीवन अच्छा होता है।

इस रिश्ते में नहीं होना चाहिए लालच व दिखावा
आचार्य चाणक्य कहते हैं कि मां-बाप, भाई-बहन के बाद केवल पति पत्नी का रिश्ता एक ऐसा रिश्ता होता है जिसमें किसी भी प्रकार का लालच या दिखावा नहीं होना चाहिए। जिस दंपत्ति के बीच ये दोनों चीज़ें घर कर लेती हैं, उनका रिश्ता धीरे-धीरे कमज़ोर होने लगता है। इसलिए जितना हो सके पति-पत्नी को इन दोनों की चीज़ें से दूरी बनाकर रखनी चाहिए।

Jyoti

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