चाणक्य नीति से जानें सफलता को हासिल करने का Shortcut

Saturday, Jan 26, 2019 - 01:41 PM (IST)

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आज के समय में बहुत से लोग ऐसे हैं जो मेहनत तो बहुत करते है लेकिन उन्हें अपनी परिश्रम का फल नहीं मिलता और उन्हें धन संबंधी बहुत सी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। कई लोगों को कुछ कामों में सफलता मिलती है तो कुछ में असफलता ही हाथ लगती है। तो चलिए आज हम आपको बताएंगे कि अगर आप भी हर बार हार का सामना कर रहें हैं तो चाणक्य की इस नीति को ध्यान में रखकर आपको सफलता हासिल हो सकती है।

श्लोक-
क: काल: कानि मित्राणि को देश: कौ व्ययागमौ। कस्याऽडं का च मे शक्तिरिति चिन्त्यं मुहुर्मुंहु:।।

आचार्य चाणक्य कहते हैं कि समझदार व्यक्ति वहीं होता है जिसे हर प्रश्न का उत्तर हमेशा मालूम रहता है। समझदार व्यक्ति जानता है कि वर्तमान समय कैसा चल रहा है। अभी सुख के दिन हैं या दुख के। इसी के आधार पर वे अपना हर कार्य को करता है। जैसे कि यदि सुख के दिन हैं तो अच्छे कार्य करना और यदि दुख के दिन हैं तो अच्छे कामों के साथ धैर्य बनाए रखना ही सफल और समझदार व्यक्ति की निशानी मानी गई है। ये बात हर व्यक्ति को पता होनी चाहिए कि हमारे सच्चे मित्र कौन-कौन हैं और मित्रों के वेश में शत्रु कौन-कौन हैं। शत्रुओं को तो हम जानते हैं और उनसे बचते हुए ही हर काम को करते हैं, लेकिन मित्रों के वेश में छिपे शत्रु को पहचाना भी बहुत जरूरी है।

व्यक्ति को इस बात का भी हमेशा ख्याल रखना चाहिए कि वे जहां काम करता है वह स्थान, शहर और वहां के हालातों का पता होना चाहिए। अगर इन बातों को ध्यान में रखते हुए काम करेंगे तो असफलता कभी नहीं हाथ लगेगी। कहा जाता है कि हर व्यक्ति को अपनी आय देखकर ही व्यय करना चाहिए। जो लोग जरूरत से ज्यादा खर्च करते हैं, उन्हें बाद में परेशानियों का सामना करना पड़ता है। ऐसे लोग कभी भी धन संबंधी सुख नहीं पा सकते।

चाणक्य कहते हैं कि हर व्यक्ति को ये बात पता होनी चाहिए कि उसके काम करने की क्या और कितनी क्षमता है और फिर उतना ही काम अपने हाथ में लेना चाहिए। यदि अपनी शक्ति से ज्यादा काम अपने हाथ में लेंगे तो हार का सामना करना पड़ सकता है और इससे आपकी इमेज पर भी असर पड़ सकता है।   

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