Corona से भी मिल जाएगा छुटकारा, मान ली चाणक्य की ये बातें

Saturday, Mar 21, 2020 - 05:37 PM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
कोरोना जैसी घातक महामारी से फिलहाल पूरी दुनिया परेशान है। दिनों दिनों कोरोना महामारी (Corona Mahamari In Hindi) ठीक उसी तेज़ी से फैल रही है जिस तरह इंसान के हाथो से रेत फिसलती जाती है। हर जगह एक ही शब्द सुनाई दे रही है कोरोना। जो लोग इससे जूझ रहे हैं उन्हें तो इसकी वजह से की तरह की परेशानियां का सामना करना पड़ रहा है परंतु इनके साथ साथ दुनिया भर में इसकी बातों से लोगों के दिल में इसे लेकर खौफ़ फैलता जा रहा है। इस वायरस से अब तक 10 हज़ार से भी ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। विश्व स्वास्थ्य संगठन भी इसे वैश्विक महामारी घोषित कर चुकी है। महामारी बेहद खतरनाक है जिससे पूरी मानव सभ्यता को खतरा है। ऐसे में लोग अपने आप को घरों बंद करके बैठने पर मज़बूर हो गए। यहां तक कि हर व्यक्ति अपने घर में भी अपने परिवार के लोगों से दूरी बनाकर रख रहा है। तो वहीं सरकार भी इसके लिए अपनी ओर से सख़्त कदम उठा रही है। इसी बीच हम आपको लिए लाएं हैं आचार्य चाणक्य द्वारा बताई गई ऐसी बातें जो आपको इस महामारी से भी छुटकारा दिल सकती हैं। जी हां, आचार्य चाणक्य ने प्राचीन समय में ही अपने नीतिशास्त्र में ऐसी कई बातें बता दी थी जो इंसान को बड़ी से बड़ी से महामारी से छुटकारा दिला सकती है। आइए जानते है क्या है ये बातें-

कोरोना महामारी से बचने के लिए अपनाए ये चाणक्य मंत्र 

आचार्य चाणक्य के अनुसार किसी भी महामारी को फैलने से रोकने और लोगों का इसके बुरे प्रभाव से बचाने संबंधित बातों से अवगत होना अवश्य है। उनके अनुसार, ऐसे समय में लोगों को धैर्य और सजगता से काम लेना चाहिए। आचार्य चाणक्य की गिनती श्रेष्ठ विद्वानों में की जाती है।

जागरूक रहें: आचार्य चाणक्य कहते हैं महामारी से बचने के लिए लोगों का जागरूक और अलर्ट रहना अति आवश्यक है। साथ ही साथ डॉक्टर्स और स्वास्थ विशेषज्ञों द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करें। डॉक्टर्स की तरफ़ से जो भी इससे बचने के सुझाव दिए जाएं उन्हबें अपनाएं।

पब्लिक गैदरिंग से बचें: इस बात का ध्यान रखें कि इस दौरान ऐसी जगह पर न जाएं जहां अधिकतर लोग जमा हो। कहा जाता है इससे महामारी के फैलने की संभवता बढ़ती है। बल्कि इस दौरान जितना हो सके लोगों को अपने घरों में रहने की कोशिस करनी चाहिए। क्योंकि अगर हम एक-दूसरे के संपर्क में ज्यादा आएंगे तो इससे महामारी के फैलने के आसार दिन भर दिन बढ़ते रहते हैं। इसलिए जितना हो सके लोगों से दूरी बनाएं और जनसंपर्क तब तक न करें जब तक महामारी का प्रकोप कम न हो जाए। साथ ही साथ ऐसे समय में साफ़-सफ़ाई के प्रति भी विशेष ध्यान देना चाहिए।

अफवाहों से बचें: जब कोई महामारी फैलती है तो साथ में फैलती हैं अफवाह। चाणक्य के अनुसार, महामारी के बीच अफ़वाहें तेज़ी से फैलती हैं। इसलिए अफवाहों पर ध्यान नहीं देना चाहिए और न ही अफवाह फैलाना चाहिए। अफवाहों से लोगों को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।

Jyoti

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