चैत्र नवरात्रि में दीपक जलाते समय ज़रूर इन बातों का रखें ध्यान

Tuesday, Apr 05, 2022 - 03:41 PM (IST)

शास्त्रों की बात,जानें धर्म के साथ
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार नवरात्रि में दीप जलाने का अधिक महत्व है। खासतौर पर इस दौरान अखंड ज्योति जलाने की परंपरा है। मगर वास्तु शास्त्र में इससे जुड़ी कुछ बातें भी बताई गई हैं, जिनके बारे में जानना बेहद जरूरी होती है। कहा जाता है कि धार्मिक शास्त्र के साथ-साथ वास्तु शास्त्र में इससे फायदों के बारे में बताया गया है। तो वहीं ये भी बताया गया है कि अगर अखंड ज्योति जलाते समय अगर किसी प्रकार की भूल हो जाए तो नुकसान का सामना भी करना पड़ता है। तो आइए जानते हैं अखंड ज्योति को प्रज्वलित करने का धार्मिक कारण क्या है साथ ही साथ जानेंगे दीपक जलाने से क्या लाभ प्राप्त होते हैं।

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इस दौरान माता की पूजा के साथ साथ इसके पहले दिन से लोग अपने घर में अखंड ज्योति को प्रज्वलित करते हैं परंतु उनमें से बहुत से ऐसे लोग होते हैं जिन्हें इसे प्रज्वलित करने का कारण नहीं पता है।


हिंदू धर्म ग्रंथों के अनुसार पूजा चाहे किसी भी प्रकार की हो उस में दीपक को बहुत खास महत्व प्रदान है असल में दीपक दो प्रकार से प्रचलित किए जाते हैं पहला कर्म दीप जिसे तब तक जलाकर रखना आवश्यक होता है जब तक व्यक्ति किसी देवी या देवता की पूजा करता है। तथा दूसरा अखंड दीप या अखंड ज्योत कोमा इस दीपक को पूरे पर्व के दौरान जलाकर रखना आवश्यक होता है। उदाहरण के तौर पर अगर कोई व्यक्ति अपने घर पर रामायण का पाठ करवाता है और अखंड ज्योति प्रज्वलित करता है तो उसे इस बात का खास ख्याल रखना होता है कि अखंड ज्योति इतने दिन तक चलती रहे जितने दिन तक रामायण का पाठ चलता है।

नवरात्रों में अखंड ज्योति के महत्व की इसका पूछना इस दौरान काफी शुभ माना जाता है। कहते हैं कि इस प्रकार अखंड ज्योति का जलते रहना व्यक्ति के आर्थिक प्राप्ति का सूचक होता है।  मगर इस दौरान दीपक को किस तरह से रखना चाहिए दीपक की बाती कैसी होनी चाहिए इन बातों का ख्याल रखना भी आवश्यक होता है।

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार दीपक का ताप दीपक से चार अंगुल चारों और अनुभव होना चाहिए क्योंकि यह दीपक भाग्य उदय का सूचक होता है। माना जाता है जिस दीपक की लौ सोने के समान रंग वाली होती है वह दीपक मानव जीवन में धन धन की वर्षा कर आता है एवं व्यवसाय में भी तरक्की प्राप्त करवाता है।



कुछ लोग निरंतर 1 वर्ष तक अखंड ज्योति भी प्रज्वलित करते हैं बता दे 1 वर्ष तक निरंतर अखंड ज्योति को जलाकर रखने से जीवन में खुशियों की बौछार हो जाती है क्योंकि ऐसा दीपक घर में से वास्तु दोष क्लेश तनाव गरीबी आदि तमाम प्रकार की समस्याओं को हमेशा के लिए दूर कर देता है। परंतु अगर यह दीपक किसी कारणवश या  स्वयं बुझ जाए तो इसे बहुत ही शुभ माना जाता है।

इन बातों का रखें खास ध्यान-
वास्तु के अनुसार दीपक में बार-बार बत्ती नहीं बदलनी चाहिए कुछ लोग दीपक से दूसरे दीपक को जलाते हैं ऐसा करना भी अशुभ रहता है रूप में वृद्धि होती है घर में होने वाले मांगलिक कार्यों में कई तरह की बाधाएं उत्पन्न होने लगती है। इस बात का  ख्याल रखें कि  अखंड ज्योति में घी डार्लिंग का काम या फिर उसमें किसी भी तरह का बदलाव केवल उसी सब को करना चाहिए जिसने अखंड ज्योति जलाने का संकल्प लिया हो यह काम किसी अन्य व्यक्ति से नहीं करवाना चाहिए।

यहां जानिए, अखंड ज्योति को प्रज्वलित जलाने के फायदे-
कहा जाता है कि नवरात्रों में मां के सामने अखंड ज्योति जलाने से घर में हमेशा मां की कृपा बनी रहती है। इससे घर के लोगों के स्वास्थ्य में भी बेहतरी आती है। साथ ही साथ कहाल़ जाता है कि घी और कपूर की महक से व्यक्ति का स्वास्थ और नर्वस सिस्टम अच्छा रहता है। नवरात्रों में मां की अखंड ज्योति जलाने से पूजा सर पर कभी भी अनाप-शनाप चीजों का साया नहीं पड़ता। इसके साथ साथ घर के सदस्यों के दिमाग में से नकारात्मक सोच का प्रभाव कम होता है तथा उनका मन अधिकतर शांत रहता है दीपक की महक से परिवार के लोगों में प्रेम का वातावरण पैदा होता है।



 

Jyoti

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