Chaitra Navratri 2022: इन मंत्रों के जप से पूरी होंगी समस्त मनोकामनाएं

Friday, Mar 25, 2022 - 04:36 PM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
जैसे कि सब जानते हैं कि 02 अप्रैल से इस वर्ष के चैत्र नवरात्रि प्रारंभ हो रहे हैं। इसी के साथ देश के विभिन्न हिस्सों में इनकी आराधना शुरू हो जाती है। धार्मिक मान्यताएं प्रचलित हैं कि नवरात्रि में देवी दुर्गा के नौ रूपों की पूजा करने से मानव जीवन में सुख-समृद्धि के साथ-साथ ऐश्वर्य की प्राप्ति होती हैं। बता दें हिंदू पंचांग के अनुसार प्रत्येक वर्ष में कुल 4 बार नवरात्रि पर्व आता हैं, जिसमेंसे प्रमुख चैत्र और शारदीय नरवरात्रों को माना जाता है। बताया जाता है कि इस नवरात्र से ग्रीष्म ऋतु की शुरुआत होती है। ज्योति विद्वान बताते हैं इस पावन काल में मां दुर्गा की पूजा करने से हर तरह की इच्छा की पूर्ति की जा सकती है। तो चलिए जानते हैं नवरात्रों में जप जाने वाले कुछ मंत्रों के बारे में, जिसका जप करने से देवी मां न केवल प्रसन्न होती हैं बल्कि समस्त प्रकार की मनोकामनाएं पूरी होती हैं। 

अपने कल्याण के लिए
सर्व मंगल मांगल्ये शिवे सर्वार्थ साधिके।
शरण्ये त्र्यंम्बके दवी नारायणी नमोस्तुते।।

सौभाग्य की प्राप्ति के लिए 
वन्दि ताङ्घ्रियुगे देवि सर्वसौभाग्य दायिनि। 
रूपं देहि जयं देहि यशो देहि द्वषो जहि।। 

समस्त बाधाओं से मुक्ति के लिए 
शुम्भस्यैव निशुम्भस्य धूम्राक्षस्य च मर्दिनि।
रुपं देहि जयं देहि यशो देहि द्विषो जहि।।

बीमारियों से मुक्ति के लिए 
देहि सौभाग्यमारोग्यं देहि मे परमं सुखम्।
रूपं देहि जयं देहि यशो देहि द्विषो जहि।।

जगत के कल्याण के लिए 
विधेहि देवि कल्याणं विदेहि परमां श्रियम। 
रूपं देहि जयं देहि यशो देहि यशो जहि।।

 

बता दें 2 अप्रैल से चैत्र माह के नवरात्रि की शुरुआत होगी जो 11 अप्रैल 2022 तक चलेंगी। इसके अतिरिक्ति घटस्थापना का मुहूर्त 2 अप्रैल 2022 शनिवार को सुबह 6 बजकर 22 मिनट से 8 बजकर 31 मिनट तक रहेगा। जिसके बाद से पूरे नौ दिन मां दुर्गा के 9 स्वरूपों की पूजा की जाती है। 
 

Jyoti

Advertising