7th Day Chaitra Navratri : भक्तों की हितकारिणी मैया, सबकी पार लगा दे मां तू नैया
Friday, Apr 08, 2022 - 01:02 PM (IST)
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आज 08 अप्रैल दिन शुक्रवार को चैत्र नवरात्रि के सांतवें नवरात्रि के उपलक्ष्य में देवी कालरात्रि की पूजा की जाएगी। धर्म ग्रंथों के अनुसार मां यह देवी तमाम सिद्धियों को प्रदान करने वाली हैं। इनकी साधना से भविष्य में देखने की क्षमता का विकास होता है। मन से भय का नाश होता है। देवी कालरात्रि अपने भक्तों को भोग और मोक्ष प्रदान करती हैं। इसके अलावा कहा जाता है माता कालरात्रि के इस भंयकर स्वरूप को देखकर असुर और नकारात्मक शक्तियां भयभीत होती हैं। तो वहीं माता कालरात्रि भक्तों पर परम अनुकंपा दर्शाने वाली मानी गई हैं। भक्तों के लिए सुलभ और ममतामयी होने की वजह से माता को धर्म ग्रंथों में शुभंकरी भी कहा गया है। तो आइए जानते हैं सांतवें नवरात्रि के अवसर पर मा कालरात्रि की वंदन आरती।
सप्तम रूप मैया कालरात्रि
‘सांसों से ज्वाला बरसाए तू मैया’
नित्य तेरी ज्योत जलाएं माता!!
श्रद्धा के फूल चढ़ाएं माता।
चरणों में शीश झुकाएं माता!!
दिल में तुझको बसाएं माता।।
आरती उतारें सुबह-शाम!!
कालरात्रि माता कालरात्रि माता।।
नित्य तेरी ज्योत...कालरात्रि माता।।
तेरी सूरत काली घटाओं-सी!!
घनी लटें बालों की अदाओं सी।
ज्वाला सी हुंकार लगाए तू!!
सांसों से ज्वाला बरसाए तू।।
गले माला विद्युत सी चमकारी!!
करती तू गर्दभ की सवारी।
कांटा लोहकटार उठाए माता!!
त्रिनेत्री सारे जग भाए माता।।
नित्य तेरी ज्योत...कालरात्रि माता।।
बुरी शक्तियां पास न आएं!!
मन से जो तेरी ज्योत जलाएं।
भक्तों की हितकारिणी मैया!!
सबकी पार लगा दे मां तू नैया।।
करती बाधाओं का विनाश!!
फैलाती ज्ञान का तू प्रकाश।
तेरे द्वारे हम आए माता!!
दर्श दिखलाओ भक्तों को माता।।
नित्य तेरी ज्योत...कालरात्रि माता।।
‘‘झिलमिल अम्बालवी’’ बड़ा नादान!!
मैया जी स्वीकारो प्रणाम।।
भक्ति दीजिए शक्ति दीजिए!!
शरण की हमें मस्ती दीजिए।।
मनोकामना पूर्ण करने वाली!!
आंगन में भरती तू खुशहाली।
मतवाला रूप लुभाए माता!!
वाह सपने सजीले सजाए माता।।
नित्य तेरी ज्योत...कालरात्रि माता।।