मां कात्यायनी देवी के जयकारे से गूंजे राजधानी के मंदिर, आज होगी मां कालरात्रि की पूजा

Friday, Apr 08, 2022 - 12:46 PM (IST)

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नई दिल्ली:
मां दुर्गा के छठे स्वरूप मां कात्यायनी देवी का विधि-विधान से श्रृंगार कर दिल्ली के सभी छोटे-बड़े मंदिरों में पूजा की गई। जहां सुबह 4 बजे से ही छतरपुर मंदिर में भक्तों की भारी भीड़ देखने को मिली। वहीं झंडेवाला देवी मंदिर में क्यूआर कोड से दर्शन कर भक्त काफी प्रसन्न दिखाई दिए। मालूम हो कि मां कात्यायनी, महर्षि कात्यायन की पुत्री थी। मां कात्यायनी का भव्य मंदिर छतरपुर में स्थित होने की वजह से मां के दर्शनों के लिए छतरपुर मंदिर में देर रात से भी दर्शनार्थी लाइनों में लगे दिखाई दिए, जैसे ही सुबह मां के श्रृंगार के बाद पूजा के लिए द्वार खोले गए तो मां के जयकारे से पूरा मंदिर गूंज उठा। वहीं गर्मी की अधिकता देखते हुए झंडेवाला मंदिर में पेयजल की व्यवस्था लाइन में लगे लोगों के लिए की गई। यही नहीं मधुर भक्ति गीत व संगीत की स्वर लहरियां सुनकर पूरा माहौल भक्तिमय दिखाई दिया। देवी दर्शन के लिए आए भक्तों को क्यू आर कोड के माध्यम से दर्शन करने की सुविधा दी गई थी, जिससे दर्शन करने में भक्तों का समय बचा और उन्हें यह सुविधा बेहद पसंद आई। वहीं कालकाजी मंदिर में नवदुर्गा सप्तशती का पाठ लगातार कर मां की आराधना व विधि पूर्वक पूजन किया जा रहा है। मां के लिए श्रृंगार लेकर आने वाले भक्तों की लंबी कतारें यहां देखने को मिली।



भयमुक्त करती हैं मां कालरात्रि
मां दुर्गा के सातवें स्वरूप मां कालरात्रि की पूजा आज विधि-विधान से की जाएगी। इन्हें काली, महाकाली, भद्रकाली, भैरवी, रूद्रानी, चामुंडा, चंडी सहित कई नामों से जाना जाता है। डेविड किन्स्ले के मुताबिक मां काली का उल्लेख हिंदू धर्म में 600 ईसवीं के आस-पास किया गया है। मां समस्त पापों का नाश कर अक्षय पुण्य लोकों का आशीष देती हैं। इनका वाहन गर्दभ होता है। इनका दाहिना ऊपरी हाथ वरमुद्रा, दाहिना नीचे वाला अभयमुद्रा, बाईं तरफ के ऊपर वाले हाथ में लोहे का कांटा व नीचे वाले हाथ में खड्ग है।



नाम कोई भी हो मां एक हैं : प्रियांशी शुक्ला
मां, माता या दुर्गा जो भी नाम लो लेकिन वो तो एक ही है। उनके नाम सिर्फ अनेक हैं। मां के दरबार की खासियत है कि वहां से कोई खाली हाथ नहीं जाता। उनके दरबार में हर मनोकामना पूरी होती है। व्रत रखने से मन को शांति मिलती है। उनके लिए जितना बखान किया जाए वो कम है।

चिंतपूर्णी माता की कृपा से हर चिंता दूर हुई : राजेश कुमार चौहान
चिंतपूर्णी माता की कृपा से मेरी हर चिंता दूर हुई है। माता रानी के आशीर्वाद से मैं हमेशा सकारात्मक ऊर्जा से भरा रहता हूं। माता रानी की भक्ति मुझमें आत्मविश्वास की वृद्धि करती है। जिससे मेरी हर समस्या का हल आसानी से निकल आता है। इसलिए मुझे मां पर पूरा विश्वास है।

Jyoti

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