हाथों की लकीरों से जानें, किस करियर में मिलेगा छप्पर फाड़ लाभ

Tuesday, Sep 15, 2020 - 06:33 AM (IST)

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Career Prediction Based on Your Fate Line: हाथ के ग्रह क्षेत्रों का विकास जन्मकालीन गोचरीय ग्रह स्थिति के आधार पर होता है। हस्त रेखाओं का मार्ग जन्मकुंडली में स्थित ग्रहों के आधार पर तय होता है। वस्तुत: हाथ जन्म कुंडली का ही दूसरा रूप है। हाथ में मौजूद पर्वतों व हस्त रेखाओं का अवलोकन कर हस्तरेखा विशेषज्ञ भविष्यवाणी करते हैं। हथेली के विभिन्न पर्वत मनुष्य के भविष्य का आईना हैं। उन्नत व बलशाली पर्वत तथा रेखाएं जातक के स्वस्थ, सफल, यशस्वी, समृद्धि और प्रभावशाली जीवन का मार्ग प्रशस्त करते हैं जबकि हथेली के निर्बल व अविकसित पर्वत क्षेत्र व कमजोर रेखाएं जातक के दीन-हीन निराशामय अस्वस्थ जीवन की ओर इंगित करते हैं।


रेखाओं व पर्वतों की स्थितियों के आधार पर किसी भी व्यक्ति की सफलता एवं असफलताओं का उल्लेख किया जा सकता है, उसके रोजगार, विवाह, प्रेम संबंध, सम्पत्ति, संतान आदि विषयों में संभावित भविष्यवाणियां की जा सकती हैं। यहां आपको रेखाओं एवं पर्वतों के आधार पर उचित रोजगार की जानकारी दी जा रही है।

जिस हाथ की उंगलियां बड़ी होती हैं और उनमें गांठें भी उन्नत हों तो ऐसे जातक को तकनीकी क्षेत्र से आजीविका होने के योग होते हैं।

उंगलियों के नाखूनों पर अद्र्धचिन्ह हो, यात्रा रेखाएं सुस्पष्ट एवं बाधा रहित हों तो जातक को यात्रा संबंधी रोजगार से धन प्राप्ति के योग होते हैं।

मंगल क्षेत्र उन्नत हो एवं लक्षणों से युक्त हो तो ऐसे जातकों को पुलिस अथवा सेना में रोजगार प्राप्ति के योग होते हैं।



बुध क्षेत्र नीचा हो तो अकाऊंटस के रोजगार में व्यवधान व हानि के योग होते हैं।

बुध क्षेत्र पर तीन खड़ी रेखाएं हों और बुध क्षेत्र उन्नत हो तो मैडीकल के क्षेत्र में रोजगार प्राप्ति का योग होता है।

बुध क्षेत्र विकसित, कनिष्ठि का प्रथम पर्व लम्बा और नाखून छोटे होने पर कानून के क्षेत्र में रोजगार प्राप्ति के योग बनते हैं।

बुध क्षेत्र का द्वितीय पर्व लम्बा हो तो व्यापार से रोजगार का लाभ मिलता है।

बुध पर्वत पर तारे का चिन्ह होने से जातक को अनुसंधान के क्षेत्र में रोजगार मिलता है।



बुध क्षेत्र पर त्रिकोण चिन्ह होने से जातक को व्यापार अथवा राजनीति के क्षेत्र में रोजगार प्राप्ति की संभावना होती है।

गुरु पर्वत विकसित हो एवं तर्जनी का प्रथम पर्व बड़ा हो तो ऐसे जातक को राजनीतिक, धार्मिक अथवा बौद्धिक क्षेत्र में रोजगार मिलता है।

तर्जनी का द्वितीय पर्व लम्बा और गुरु पर्वत दोषरहित होने पर व्यापार से रोजगार प्राप्ति होती है।

यदि गुरु पर्वत पर तारे का चिन्ह हो तो जातक रोजगार द्वारा प्रतिष्ठा एवं उच्च पद प्राप्त करता है।

गुरु क्षेत्र पर त्रिकोण चिन्ह होने पर जातक को प्रशासनिक क्षेत्र में रोजगार मिलने के योग होते हैं।

गुरु क्षेत्र पर संधि रेखा, क्रास अथवा त्रिकोण चिन्ह हो तो जातक को अपने कार्य में आकस्मिक लाभ प्राप्ति होती है।



शुक्र पर्वत पर जाली चिन्ह, दोहरी हृदय रेखा हो, शनि एवं राहू पर्वत पर क्रास चिन्ह हो तो जातक अनैतिक कार्यों द्वारा रोजगार प्राप्त करता है।

शनि पर्वत विकसित हो, मध्यमा का प्रथम पर्व लम्बा हो तो गुप्त विद्याओं द्वारा रोजगार मिलता है।

मध्यमा का दूसरा पर्व लम्बा हो तो जातक भूमि अथवा भूमिगत पदार्थों द्वारा रोजगार प्राप्त करता है।

मध्यमा का तीसरा पर्व लम्बा हो तो जातक को ड्राइवरी के क्षेत्र में काम मिलता है।

यदि चंद्र विकसित हो, उंगलियां नुकीली हों तो जातक संगीत अथवा साहित्य के क्षेत्र में रोजगार पाता है।

यदि मस्तिष्क रेखा गोलाई लेते हुए चंद्र क्षेत्र की ओर जाए तो ऐसा जातक काव्य एवं दर्शन के क्षेत्र में रोजगार बनाता है।

मस्तिष्क रेखा में कई शाखाएं निकल कर बुध पर्वत तक जाएं तो व्यापार में करियर संवरता है।

यदि शनि क्षेत्र के नीचे वाले भाग मस्तिष्क रेखा पर सफेद चिन्ह हो तो रोजगार में सफलता के योग होते हैं।

बुध क्षेत्र पर मस्तिष्क रेखा पर त्रिकोण का चिन्ह होने पर जातक वैज्ञानिक अथवा आविष्कार के क्षेत्र में रोजगार पाता है।

 

 

Niyati Bhandari

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