Kundli Tv- सूर्य का ध्यान करके करें ये काम, Married Life में बढ़ेगा Romance

Saturday, Aug 25, 2018 - 05:17 PM (IST)

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ज्योतिष के अनुसार जिस किसी की कुंडली में सूर्य अशुभ स्थिति में होता है उसे अधिक मेहनत करने पर भी सफलता हासिल नहीं होती। ज्योतिष शास्त्र की मानें तो कभी-कभी इसका कारण इंसान का दुर्भाग्य भी होता है। लाख कोशिशों के बाद भी जब अपने काम में सफल न हो पाएं तो व्यक्ति निराश होने लगता है। कईं बार तो लोग निराशा के कारण प्रयत्न करना ही छोड़ देते हैं। इन सभी के चलते इंसान को बहुत सी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। तो अगर आपके साथ भी एेसा कुछ हो रहा है तो आईए आपको बताते हैं आखिर आपके साथ एेसा क्यों होता है और इससे आप अपना कैसे बचाव कर सकते हैं। 

ज्योतिष आचार्य के अनुसार व्यक्ति के जीवन में सफलता और प्रतिष्ठा का कारक ग्रह सूर्य को माना जाता है। सृष्टि पर सूर्य ग्रह का असर व्यापक रूप में देखने को मिलता है। सूर्य के प्रकाश के बिना जीवन संभव ही नहीं है। ज्योतिष शास्त्र में माना जाता है कि अगर किसी जातक की कुंडली में सूर्य अच्छी स्थिति में हो तो जातक को यश, मान, कीर्ति और प्रतिष्ठा वगैरह प्राप्त होता है। वहीं कुंडली में खराब सूर्य के लक्षण हो तो व्यक्ति को सरदर्द, बुखार, हृदय से जुड़ी समस्या और आंखों की समस्या आदि हो सकती है।

जिस किसी जातक की कुंडली में सूर्यदेव की स्थिति खराब हो वयक्ति को हर काम में असफलता मिलती है और व्यक्ति के मान-प्रतिष्ठा में भी कमी आती है। अगर आपको भी किसी भी काम को करने में बहुत कठिनाईयों का सामना करना पड़ता है, तो आप कुछ सरल उपाय कर सकते हैं। सूर्य से संबंधित सरल उपाय करने से किसी का भी बुरा समय दूर हो सकता है। ऐसा ही एक उपाय है, सूर्यदेव के सामने 4 अलग-अलग तरह के तेल के दीपक जलाना और 1 मंत्र बोलना। इस उपाय से न सिर्फ आपका दुर्भाग्य दूर हो सकता है, बल्कि धन लाभ और सौभाग्य भी मिल सकता है।

दुर्भाग्य दूर कर सौभाग्य बढ़ाने के लिए सूर्यदेव को महुए के तेल का दीपक लगाएं।

बीमारियों के नाश के लिए सूर्यदेव को घी का दीपक लगाएं। 

सभी तरह की समस्याओं का समाधान पाना चाहते हैं तो सूर्यदेव को तिल के तेल का दीपक लगाएं।

शत्रुओं को पराजित करने के लिए सूर्यदेव को सरसों के तेल का दीपक लगाएं।

सुबह स्नान आदि करने के बाद सूर्यदेव की प्रतिमा या चित्र की पूजा करें और सूर्यदेव के समक्ष दीपक जलाएं। इसके बाद इन्हें लाल फूल और गुड़ का भोग अर्पित करें। मंत्र जाप के बाद सूर्यदेव की आरती कर पूजा पूरी करें। दीपक लगाते समय निम्न दिए गए सूर्य मंत्र का जप करें-

नमो धात्रे विधात्रे च अर्यम्णे वरुणाय च।
पूष्णे भगाय मित्राय पर्जन्यायांशवे नम:।।

मान्यता है कि रविवार के दिन सूर्य देव के नाम दीपक जगाकर उक्त मंत्र का जाप करता है। उसकी मैरिड लाइफ में प्यार यानि रोमांस बढ़ता है।

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Jyoti

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