Budhwar Upay: घर के द्वार पर इस घास का लगाए तोरण, कलह-क्लेश से मुक्त हो जाएगा परिवार
punjabkesari.in Wednesday, Aug 27, 2025 - 04:00 AM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
Budhwar Upay: भारतीय संस्कृति में घर की सजावट और धार्मिक कार्यों में प्रयुक्त की जाने वाली चीजों का विशेष महत्व होता है। खासकर जब बात मुख्य द्वार की आती है, तो यह केवल प्रवेश का माध्यम नहीं, बल्कि ऊर्जा का केन्द्र होता है। वास्तु शास्त्र और धर्मशास्त्र के अनुसार, घर का मुख्य द्वार जितना साफ, सुंदर और सकारात्मक ऊर्जा से भरा होगा, उतना ही घर का वातावरण सुख-शांति से भरा रहेगा। इसी क्रम में एक विशेष परंपरा है बुधवार के दिन मुख्य द्वार पर दूर्वा घास का तोरण लगाना।यह न केवल एक धार्मिक आस्था है बल्कि इसके पीछे गहरे वास्तु और आध्यात्मिक कारण भी छिपे हैं।
मुख्य द्वार पर दूर्वा का तोरण लगाने के लाभ
नकारात्मक ऊर्जा का नाश
दूर्वा में प्राकृतिक रूप से ऐसी ऊर्जा होती है जो वातावरण में मौजूद नेगेटिव वाइब्स को खींच लेती है। मुख्य द्वार पर इसे लगाने से घर में आने वाली नकारात्मक शक्तियां बाहर ही रह जाती हैं।
घर में कलह-क्लेश से मुक्ति
यदि घर में बिना कारण झगड़े होते हैं, पति-पत्नी के रिश्तों में खटास है या घर के सदस्य आपस में नहीं बनाते, तो दूर्वा का तोरण लगाने से वातावरण में शांति और सामंजस्य आता है।
गणेश जी की कृपा बनी रहती है
भगवान गणेश विघ्नहर्ता माने जाते हैं और चूंकि दूर्वा उनका अत्यंत प्रिय पत्र है इसलिए इसे मुख्य द्वार पर लगाने से उनके आशीर्वाद से घर में विघ्न नहीं आते, और कार्यों में सफलता मिलती है।
धन और समृद्धि में वृद्धि
बुधवार का संबंध व्यापार और आर्थिक स्थिति से भी होता है। दूर्वा का तोरण लगाने से बुध ग्रह मजबूत होता है जिससे आर्थिक स्थिति में सुधार होता है और धन की प्राप्ति के योग बनते हैं।
घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार
दूर्वा हरी होती है, जो स्वाभाविक रूप से सकारात्मकता और ताजगी का प्रतीक है। इसे द्वार पर लगाने से हर आते-जाते व्यक्ति को शुभ ऊर्जा का अहसास होता है।