अपने आप में लाएं ये बदलाव, घर बन जाएगा मंदिर

Sunday, Aug 25, 2019 - 03:55 PM (IST)

ये नहीं देखा तो क्या देखा (VIDEO)
आप में से बहुत से लोगों ने सुना होगा बहुत से लोग का कहना होता है कि हमारे घर में मंदिर है। अब मंदिर यानि यहां भगवान की मूर्तियां होती हैं, जहां उन्हें दिन में तीन बार उन्हें स्नान करवाया जाता है, भोजन करवाया जाता है। तीन बार उनकी आरती भी की जाती है। ये तो हुआ वो मंदिर जहां बैठकर हम अपना मन शांत करते हैं और प्रभु भक्ति में लीन होते हैं। लेकिन क्या सिर्फ घर में भगवान की बड़ी बड़ी प्रतिमाएं रखने से हमारा घर मंदिर के समान हो जाता है। जी नहीं, घर को मंदिर बनाने के लिए भगवान की बड़ी-बड़ी प्रतिमाए नहीं बल्कि बहुत बहुत छोटी चीज़ें लगती हैं जिनसे एक साधारण सा मंदिर बन सकता है।

आइए जानतें हैं कैसे व साथ ही जानेंगे इससे जुड़े और ऐसे वचन जो आपको आपके जीवन में एक नई व सही दिशा दे सकते हैं।

अगर आप चाहते हैं कि आपके बच्चे बुद्धिमान, चरित्रवान बनें तो टाइम निकाल कर उनको गऊशाला में जरूर लेकर जाएं। बच्चों को दूध से बने पदार्थों का सेवन करवाएं। —राधा कृष्ण महाराज

जो बेटियां ससुराल में झगड़ा कर मायके चली आती हैं यह उनकी नासमझी है। यह बात उन्हें समझ लेनी चाहिए कि मायके में पहले वाली बात नहीं बनेगी। अपनी सोच को बदलें और कम्प्रोमाइज करना सीखें। सबसे तालमेल बनाएं। स्वभाव ठंडा रखें। घर को मंदिर बनाएं। —दर्शना भल्ला

युवा अपनी कीमत को जानें अपने परिवार बारे सोचें और गलत रास्ते पर चल कर अपने अनमोल जीवन को बर्बाद मत करें। आपको ईश्वर ने यह जन्म कुछ कर दिखाने के लिए दिया है। बुरी संगत छोड़ दो। नशों ने कई हंसते-बसते घरों को बर्बाद कर दिया हैं। सोच बदलें अच्छी संगत करें। —दर्शना भल्ला —अमरनाथ भल्ला, लुधियाना

मैं कर सकता हूं, यह विश्वाश है. केवल मैं ही कर सकता हूं, यह अंधविश्वास है।

लोहे के गर्म होने का इंतजार मत करो बल्कि अपनी तपन द्वारा इसे गर्म बनाओ यानि समय का इंतजार मत करो बल्कि ऐसी कोशिश करो की समय आपके अनुकूल हो जाए। —विलियम बी स्प्रेग

मिलने पर मित्र का आदर करो, पीठ पीछे प्रशंसा करो और आवश्यकता के समय उसकी मदत करो।


सभी गलत कार्य मन से उपजते हैं। अगर मन परिवर्तित हो जाए तो मन में कभी गलत कार्य नहीं ठहर सकता। —महात्मा बुद्ध

Jyoti

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