आज नई दिल्ली में खुलेंगे दुख निवारण के अद्भुत रहस्य

Sunday, May 15, 2022 - 10:04 AM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ

नई दिल्ली (स.ह.): यह कोई जादू या चमत्कार नहीं है, बल्कि दुनिया के करोड़ों लोगों द्वारा प्रमाणित सत्य है कि विभिन्न धर्मग्रंथों में ऐसी अद्भुत शक्तियां गुप्त रूप में मौजूद हैं, जिनसे मानवता का कल्याण हो सकता है। हमें केवल उन्हें समझने की जरूरत है।

इसी रहस्य को समझाने के लिए और दुनिया के करोड़ों दुखी लोगों के दुखों के निवारण के लिए भगवान श्री लक्ष्मी नारायण धाम का 621वां महासमागम 15 मई को अजीजा फार्म, डी-ब्लॉक, राजोकरी रोड, कपासहेड़ा स्टेट, नई दिल्ली में आयोजित किया जाएगा। यह समागम शाम 5 बजे से शुरू होकर देर रात तक चलेगा, जिन दुखों, समस्याओं और बाधाओं का समाधान तरह-तरह के धार्मिक अनुष्ठानों, तांत्रिकों, डाक्टरों सहित कहीं भी संभव नहीं था, वह समाधान हम सबके एक मालिक के पावन रहस्य से अत्यंत सरलता से हो जाता है। 

इसके बारे में सभी धर्मग्रंथों में स्पष्ट वर्णित है कि जो स्त्री-पुरुष, भाई-बहन इसका पाठ करते हैं वह अपने कष्टों से मुक्त हो जाते हैं। जो व्यक्ति धन न होने से या तन की समस्याओं से परेशान हो, मन से अशांत हो, विद्या प्राप्ति में कमजोर हो या पारिवारिक जीवन से असंतुष्ट हो, उनके लिए यह पावन रहस्य अत्यंत आशातीत व कल्याणकारी है। गत 29 अप्रैल को न्यूजर्सी में आयोजित एक कार्यक्रम में स्वामी जी को न्यूजर्सी सीनेट और जनरल असैम्बली द्वारा संयुक्त रूप से ‘मास्टर ऑफ एन्शियेंट साइंस’ व ‘सीनेट ऑफ बीज मंत्रा’ की उपाधि देकर सम्मानित किया गया। स्वामी जी को दिए गए प्रशस्ति पत्र पर सीनेट के प्रैसीडैंट, असैम्बली के स्पीकर तथा सीनेट के सैक्रेटरी द्वारा हस्ताक्षर किए गए।

परम पूज्य ब्रह्मर्षि कुमार स्वामी का कहना है कि प्रभु कृपा नाम पाठ कोई जादू या चमत्कार नहीं है बल्कि प्रभु कृपा का वह दुर्लभ आलोक है जो हमारी सनातन-पुरातन मर्यादा के शास्त्रों में छुपा हुआ था। आपको वही दिया जाता है, जो प्रभु की कृपा से उन्हें प्राप्त हुआ है। कुछ समय के पाठ से आप स्वयं देखेंगे कि आपका जीवन कैसे बदल रहा है। आपकी तन, मन, धन की समस्याएं ऐसे दूर हो जाएंगी जैसे कि वह थीं ही नहीं। प्रभु कृपा का यह आलोक इतना शक्तिशाली है कि कल्पना भी नहीं की जा सकती।

Niyati Bhandari

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