सुंदरवन में रहती है ये देवी, खूंखार बाघों से करती है रक्षा

Sunday, Apr 28, 2019 - 12:55 PM (IST)

ये नहीं देखा तो क्या देखा (VIDEO)
भारत के पश्चिम बंगाल के दक्षिणी भाग में गंगा नदी के सुंदरवन डेल्टा नामक क्षेत्र में राष्ट्रीय बाग़ स्थित है, जिसे सुंदरवन कहा जाता है। बता दें कि यह पूरा क्षेत्र मैन्ग्रोव के घने जंगलों से घिरा हुआ है। इसे रॉयल बंगाल टाइगर का सबसे बड़ा संरक्षित क्षेत्र कहा जाता है। बताया जाता है इस राष्ट्रीय बगीचे में बाघों की संख्या अधिक है। अब अगर कोई पहली भी बार में इसका नाम सुनेगा उसे यही लगेगा कि अपने नाम की ही तरह ये देखने में भी सुंदर होगा। किंतु आपकी जानकारी के लिए बता दें ऐसा नहीं है और इस बात का सबूत हैं इस बन के आसपास रहने वाल लोगो। जी हां, इसके पास रहने वाले लोग हमेशा डर के साए में रहते हैं, कि कहीं कोई बाघ उनको अपना शिकार न बना लें। परंतु इस डर के अलावा उनके आस-पास ऐसी शक्ति रहती हैं जो उन्हें इन खूंखार बाघों से हमेशा उनकी रक्षा करती हैं। आइए जानते हैं इस देवी शक्ति के बारे में जो हिंदुओं के लिए देवी शक्ति है और मुसलमान लोगों के लिए बोनबीबी।

सुंदरवन के पास रहने वाले हिंदू लोग बोनबीबी को देवी के रूप में पूजते हैं तो वहीं मुसलमान बोनबीबी मानकर इनकी इबादत करते हैं। यहां के स्‍थानीय लोगों का मानना है कि बोनबीबी उन्हें खूंखार बाघों से बचाती हैं। हिंदू और मुसलमान दोनों धर्म के लोगों का यही मानना है कि वनबीबी को स्‍वर्ग से उनकी रक्षा के लिए धरती पर भेजा गया है। स्‍थानीय लोगों के बीच ऐसा माना जाता है कि वनबीबी सऊदी अरब के एक मुस्लिम परिवार में पैदा हुई थीं। बड़े होकर जब वह हज गईं तो उन्‍हें दैवीय शक्ति मिल गई। जिसके बाद वह सुंदरवन में आकर लोगों की रक्षा करने लगीं। तो वहीं हिंदू धर्म की पौराणिक मान्‍यता के अनुसार इस जंगल पर पहले दक्षिण राय नाम के एक राक्षस का शासन था। इस राक्षस के अत्‍याचारों से लोगों को बचाने के लिए देवी ने राक्षस से युद्ध करके उसको उसमें हरा दिया। देवी से हारने के बार राक्षस ने उनसे माफ़ी मांगी तो देवी ने उसे माफ़ कर दिया। मगर उससे वचन मांगा कि वो यहां रहकर बाघों के हमले से लोगों को बचाएगा। मगर राक्षस देवी से झूठा वादा करके घने जंगलों में जाकर छिप गया। यहां के लोग मानना है कि वो राक्षस ही बाघ का रूप धारण करके लोगों पर हमला करता है।

सुंदनवन नामक इस बाग के घने जंगलों में बोनबीबी की प्रतिमाएं जगह-जगह लगी हैं। कहा जाता है कि मछुआरे और शहद एकत्र करने वाले जंगल में प्रवेश करने से पहले वनबीबी की पूजा करते हैं। एक ओर जहां दोनों धर्म के लोग बोनबीबी की पूजा करते हैं। वहीं हिंदू और मुस्लिम के कुछ लोग ऐसे भी हैं जिन्‍हें इससे आपत्ति है। हिंदुओं का कहना है कि मुस्लिम उनकी देवी की पूजा क्‍यों करते हैं और उनके नाम के आगे बीबी क्‍यों लगाते हैं। तो दूसरी ओर मुस्लिमों को देवी की पूजा से ऐतराज है।

 

Jyoti

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