Body Mole बताते हैं गहरे राज़, क्या आप जानते हैं?

Thursday, Nov 28, 2019 - 01:05 PM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
शरीर पर तिल होना सामान्य बात है। अधिकांशत: सभी व्यक्तियों के शरीर पर एक न एक तिल या मस्सा होता ही है। सामान्य-सी बात होने के कारण हम अक्सर इस पर ध्यान नहीं देते हैं। ज्योतिष शास्त्र का एक महत्वपूर्ण अंग सामुद्रिक शास्त्र है। इस शास्त्र में शरीर के विभिन्न अंगों पर तिल होने पर प्राप्त होने वाले फलों की पूर्ण व्याख्या की गई है। कुछ लोग इसे शकुन शास्त्र के नाम से भी जानते हैं। इस शास्त्र के अनुसार प्रत्येक तिल का कोई न कोई अर्थ अवश्य होता है।

गाल पर तिल
शकुन शास्त्र कहता है कि यदि किसी व्यक्ति के गाल पर तिल हो तो व्यक्ति की स्मरण शक्ति बहुत तेज होती है। वह अध्ययन कार्यों में रुचि रखता है। ऐसे व्यक्ति को सांसारिक विषयों में अधिक रुचि नहीं होती है। बशर्ते वह बहुत अच्छा खिलाड़ी बनने की योग्यता अवश्य रखता है। गाल पर तिल होना व्यक्ति को संवेदनशील और केयरिंग बनाता है। इसके अतिरिक्त ऐसा व्यक्ति अंतर्मुखी और एक प्रकार से अभिमानी भी होता है। इस प्रकार का व्यक्ति जिस भी कार्य को करने की एक बार सोच लेता है वह उसे कार्य करके ही छोड़ता है।

माथे पर तिल
ज्योतिष की अन्य शाखा के अनुसार व्यक्ति के शरीर पर तिल की स्थिति के अनुसार चरित्र को जाना जा सकता है। उदाहरण के लिए यदि किसी व्यक्ति के माथे पर तिल होता है तो वह सम्मान और मान का सूचक है। यहां ध्यान देने योग्य बात है कि माथे पर भी तिल के स्थान के अनुसार उसके फल में बदलाव होता रहता है। अन्य योग इस प्रकार हैं :

माथे के मध्य में सिर्फ एक तिल होना व्यक्ति के बुद्धिमान होने का संकेत करता है। ऐसा व्यक्ति अंतर्दृष्टि वाला होता है। वह लगातार मेहनत और क्रियाशील रहता है। इस व्यक्ति का वैवाहिक जीवन सुखमय रहता है।

माथे के दाएं भाग में तिल हो तो वह महान व्यवसायी या सुख देने वाला जीवन साथी बनने की योग्यता रखता है। सरल शब्दों में कहें तो यह एक सफल विवाह का सूचक है। 

माथे पर बाईं ओर तिल होने पर व्यक्ति का भाग्य साथ नहीं देता।

ठोड़ी पर तिल
ठोड़ी के दोनों ओर तिल होना व्यक्ति को स्नेह करने वाला और सदैव दूसरों की देखभाल करने का स्वभाव देता है।

ठोड़ी पर मध्य में तिल होना अनुकूलन क्षमता, दृढ़ संकल्पशक्ति और लक्ष्यों के प्रति हठी बनाता है। ऐसे व्यक्ति बहुत जल्द किसी के प्यार में पड़ते हैं और यात्राओं से इन्हें बहुत अधिक प्यार होता है। 

ठोड़ी पर दाईं ओर तिल होने पर व्यक्ति की सोच व्यापारिक होती है। वह कूटनीति विचारधारा का व्यक्ति होता है। इसके विपरीत दिशा में तिल होने पर व्यक्ति सरल, सहज और ईमानदार होता है। 

जिन व्यक्तियों की ठोड़ी पर तिल होता है वो बहुत भाग्यशाली होते हैं। शकुन शास्त्र की एक मान्यता के अनुसार इन व्यक्तियों को धन और सम्मान पाने के लिए बहुत अधिक मेहनत नहीं करनी पड़ती है। 

नाक पर तिल
नाक पर तिल होना व्यक्ति के आत्मसम्मान में वृद्धि करता है। जिस व्यक्ति की नाक पर तिल होता है वह ईमानदार और बहुत मेहनती व्यक्ति होता है।

नाक पर सिर्फ एक तिल होना व्यक्ति को बहुत अधिक भावुक स्वभाव का बनाता है। ऐसा व्यक्ति यौन क्रियाओं में अधिक रुचि लेता है। नाक के बाईं  ओर तिल होना व्यक्ति को जीवन में संघर्ष देता है।

होंठों पर तिल
स्त्रियों के होंठों के पास तिल का होना सुंदरता में चार चांद लगाता है।

यह तिल अगर ऊपरी होंठ के दाएं या बाएं कोने में हों तो इसका अर्थ यह है कि व्यक्ति बेहतर खाद्य पदार्थ पाने के लिए जीवन में संघर्ष कर रहा है।

ध्यान देने योग्य बात है कि यदि व्यक्ति के होंठों पर तिल है तो ऐसे व्यक्ति को अपने आहार व्यवहार का खास ध्यान रखना चाहिए अन्यथा ऐसा व्यक्ति स्वास्थ्य विकारों का जल्द शिकार बनता है।

Jyoti

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