आज जिनका जन्मदिन है, जानें कैसा रहेगा आने वाला साल

Saturday, Sep 26, 2020 - 09:14 AM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
आज आप के जन्मदिन की आप को बहुत शुभकामनाएं । 26 सितम्बर में जन्में व्यक्तियों का मूलांक 8 होता है जिन के स्वामी शनि देव हैं। मूलांक 8 वाले जातक मुख्यतः चुप चुप रहने वाले एवं गम्भीर स्वभाव के होते हैं। इन्हें एकांत ज्यादा प्यारा होता है। ये लोग ज्यादा बोलना चलना व बात करना पसंद नहीं करते। ये अपने हर काम को पूरी लग्न व निष्ठा से करते हैं। इनकी सफलताओं की गति धीमी रहती है व इन्हें अपने लक्ष्य प्राप्त करने के लिए बहुत संघर्ष करना पड़ता है। मूलांक 8 वाले जातकों की शिक्षा औसत स्तर की रहती है। घर परिवार व बाहर समाज में भी इनका दूसरों से रिश्ता कम बोलचाल वाला ही रहता है। 

इन लोगों में प्रायः आलस्य अधिक देखने को मिलता है। यह एक नकारात्मकता इन्हें जीवन के बहुत से पहलुओं में पीछे कर देती है। आज जिन जातकों का जन्मदिन है इस वर्ष उन्हें लक्ष्यों की प्राप्ति स्वयं की मेहनत से ही होगी। प्रेम सम्बन्ध अच्छे रहेंगे। अक्टूबर के माह में कार्यभार बढ़ जाएगा। भागदौड़ ज्यादा लगी रहेगी। विद्यार्थियों का मन पढ़ाई की जगह अन्य रचनात्मक कार्यों अथवा कला के क्षेत्र में ज्यादा लगेगा। नवम्बर व दिसम्बर का माह विवाह योग्य जातकों के लिए शुभ है। वर्ष 2021 की शुरूआत बहुत से उतार चढ़ाव से भरी रहेगी। जीवन में अकस्मात होने वाले परिवर्तनों से आप थोड़ा हताश महसूस करेंगे। 

फरवरी व मार्च के समय में कोई प्रेम सम्बन्ध जीवन में दस्तक दे सकता है। अप्रैल के माह में दुर्घटना के योग बनते हैं, वाहन चलाते समय या अन्य किसी यात्रा के दौरान सतर्कता बरतें। मई के महीने में कार्यों के समापन व लक्ष्य प्राप्ति की गति आपको कुछ धीमी प्रतीत होगी। काम अपने अंतिम पड़ाव पर आकर रुक सकते हैं। परन्तु इन सब परिस्थितियों के मध्य आपको अपनी दृढ़ इच्छाशक्ति के साथ जून के माह में अधूरे कार्यों को पूरा करना चाहिए। इस समय संतान की ओर से मन व्याकुल रहेगा। जुलाई का समय कारोबार की दृष्टि से शुभ है, जब कि जीवनसाथी के साथ अनबन की स्थिति उत्पन्न होने की संभावना बनती है। अगस्त के समय में आपको मन की बातों को अनसुना कर परिस्थितियों के हवाले हो कर काम करना होगा। सितम्बर का समय शिक्षा के क्षेत्र से जुड़े जातकों के लिए शुभ है।

उपाय- इस वर्ष के शुभ फल प्राप्त करने के लिए पीपल वृक्ष पर सरसों के तेल का दीपक जलाएं। बुजुर्गों व गुरुजनों का सम्मान करें। शनिदेव के मंदिर जा कर अपनी भूलों की क्षमा याचना करें। गाय का घी मंदिर में दान दें। परनिंदा से बचें।

आचार्य लोकेश धमीजा
वेबसाइट –www.goas.org.in

Jyoti

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