Bihar Panchami 2021: ऐसी रही बांके बिहारी के प्राक्ट्योत्सव की धूम, देखिए खूबसूरत तस्वीरें

Thursday, Dec 09, 2021 - 11:17 AM (IST)

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बीते दिन यानि 08 दिसंबर मार्गशीर्ष मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को वृंदावन में श्री राजू गोस्वामी जी और भक्त ऑफ बिहारी जी ग्रुप द्वारा इस वर्ष के बिहार पंचमी महोत्सव का प्रारंभ हुआ। इस दौरान दूर दूर से लोग वृंदावन पहुंचे और धूम धाम से बांके बिहारी श्री का प्राक्ट्य उत्सव का आंनद उठाया। महोत्सव की शुरूआत निधि वन में दीपोत्सव के साथ हुई, जिसके बाद बांके बिहारी के भक्त नाचते गाते हुए स्वामी हरिदास जी की सवारी को चांदी के रथ में विराजमान करके बांके बिहारी महाराज को प्राकट्योत्सव की बधाई देने निकले। 

मंदिर में पहुंचने के बाद बांके बिहारी के इस बर्थडे सैलीब्रेश्न की शुरुआत विधि वत रूप से बांके बिहारी के अभिषेक के साथ हुई। बता दें यहां वैदिक ऋचाओं के बीच दुग्ध, दही, शर्करा, मधु, घी, गंगाजल और यमुना जल आदि से ठाकुरजी की प्राकट्य स्थली का अभिषेक कर सुगंधित इत्रों से मालिश की। इस दिव्य क्षण में निधिवनराज स्वामी हरिदासजी और उनके आराध्य बांकेबिहारी के गगनभेदी जयकारों से गुंजायमान हो रहा था। मंदिर में मंगल समाज व बधाई गायन ने वातावरण को भक्तिमय बना दिया। हर कोई दर्शन को लालायित दिखा। 

दोपहर लगभग पौने एक बजे के बाद शोभायात्रा के बांकेबिहारी मंदिर पहुंचने पर सेवायतों गोस्वामी स्वामी के चित्रपट को हाथों में लेकर मंदिर के गर्भगृह में ठाकुर बांकेबिहारी के श्री विग्रह के पास विराजमान किया। यहां ठाकुरजी के समक्ष केशर भात, दूधभात, चंद्रकला, केशर हलुआ आदि व्यंजन निवेदित किए। इसके बाद ठाकुर बांकेबिहारी महाराज की आरती की गई। एक तरफ जहां बांके बिहारी मंदिर को पीले फूलों और गुब्बारों से सजाया गया। तो वहीं श्री राजू गोस्वामी जी और भक्त ऑफ बिहारी जी ग्रुप के सदस्योंं ने तथा मंदिर में आने वाले लगभग प्रत्येक भक्त ने पीले वस्त्र धारण किए हुए थे, सभी भक्तों का एक ही रंग के वस्त्र पहनने से मंदिर की सुंदरता अधिक बढ़ती हुई प्रतीत हो रही थी। अपने आराध्य के दर्शनों के लिए मंदिर में भारी भीड़ उमड़ हुई भी दिखाई दी।

इसके अलावा बांके बिहारे के इस प्राक्ट्य उत्सव में लोग अपने ठाकुर जी के लिए तरह तरह की भेंट लेकर आए थे। कोई उनके लिए नन्हे खिलौने लाया था तो कोई उनके लिए सुंदर वस्त्र, तो कोई तरह तरह के व्यंजन, फल-फूल आदि लाया था। जिन्हें बाद में मंदिर के पुजारियों आदि द्वारा भक्तों पर प्रसाद के तौर इसकी खूब वर्षा की गई। साथ ही साथ बाद में भक्तों के लिए भंडारे आदि की व्यवस्था भी थी, जिसे ग्रहण करवाने के बाद बांके बिहारी के भक्तों में खजाना भी वितरित किया गया। इसके अतिरिक्त इस खास मौके पर ब्रहा भोज का भी आयजोन किया जाता है। 

Jyoti

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