Bihar Panchami : कल मनाया जाएगा बृज के सब से लाडले ठाकुर श्री बांके बिहारी लाल जी का जन्मदिन

Sunday, Nov 27, 2022 - 07:32 AM (IST)

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Bihar Panchami Vrindavan: श्री ललिता सखी अवतार स्वामी श्री हरिदास जी के द्वारा प्रकटित बृज के सब से लाडले ठाकुर श्री बांके बिहारी लाल जी हैं। जो की श्री राधा कृष्ण का युगल रूप हैं। उनका प्रकट उत्सव यानी बृज का महोत्सव, जिसे वृंदावन का लोकोत्सव भी कहा जाता है। कल सोमवार 28 नवंबर को मनाया जाएगा। यह उत्सव हर बृजवासी के साथ-साथ ठाकुर जी के भक्तों के लिए भी बहुत खास होता है। इस उत्सव को वृंदावन में बहुत धूमधाम से मनाया जाता है।

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पिछले कुछ वर्षों से श्री राजू गोस्वामी (सेवाधिकारी मंदिर श्री बांके बिहारी लाल जी) की प्रेरणा से भक्त आॉफ बिहारी जी ग्रुप के सदस्य इस महोत्सव में शामिल होते हैं, इस महोत्सव में भक्तों द्वारा विभिन्न प्रकार की सेवा की जाती है। आइए जानें कौन-कौन सी सेवाएं हैं।

रंगोली सेवा
सोहनी सेवा (स्वामी श्री हरिदास जी रथ के आगे झाड़ू लगाना)

लड्डू भोग (मंदिर में आए प्रत्येक भक्त के लिए)
56 भोग
राज भोग भंडारा

दीपोत्सव (निधिवन और मंदिर में सुबह के 4 बजे)

इसके अतिरिक्त ऐसी बहुत सारी सेवाएं हैं, जो ये भक्त बढ़ी श्रद्धा और प्रेम भाव से करते हैं। इन भक्तों की खास बात यह है की ये सब एक परिवार के रूप में एक साथ एक जैसे वस्त्र पहन कर इस महोत्सव में शामिल होते हैं। 

श्री राजू गोस्वामी जी बताते है कि इस ग्रुप में ऐसे सदस्य हैं, जो उस समय से इस महोत्सव में सेवा कर रहे हैं, जब इस महोत्सव के बारे में भक्तों को बहुत कम जानकारी होती थी।

ऐसी ही एक भक्त है
श्रीमती सुमन जो होशियारपुर (पंजाब) से आती हैं, वो पिछले कुछ वर्ष से अकेली सोहनी सेवा करती आ रही हैं।

दूसरे भक्त हैं श्री सचिन छाबड़ा जो सहारनपुर से आते हैं। एक समय ऐसा था, वो अकेले रात के समय मंदिर में रुकते थे और अपने मुंह से गुब्बारे फूला के मंदिर को सजाते थे। जैसे हम सब अपने घर में जब किसी का जन्मदिन होता है तो घर को सजाते हैं। वैसे ही ये बांके बिहारी जी के घर को सजाते आ रहे हैं। अब भी इस मंदिर को सजाने की सेवा में इनका भी सहयोग होता है। 

भक्त आॉफ बिहारी जी ग्रुप में ऐसे बहुत से भक्त हैं, जो ठाकुर जी के प्रेम में डूबे हुए हैं। रात्रि 3 से 4 बजे तक यह सब मिल कर मंदिर और निधिवन में दीपोत्सव मनाते हैं। इस सेवा के बारे में जब राजू गोस्वामी जी से पूछा गया तो वो बताते हैं की जब ठाकुर जी निधिवन में प्रकट हुए थे, तब सब तरफ प्रकाश हो गया था, बस इसी भाव को इस ग्रुप के सदस्य आज भी दीपोत्सव कर के मनाते हैं।

 

Niyati Bhandari

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